जोधपुर। जिले के ओसियां क्षेत्र में बुधवार देर रात रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा हादसा होते-होते उस समय टल गया, जब रुणिचा एक्सप्रेस के लोको पायलट ने अपनी सूझबूझ और सतर्कता से इमरजेंसी ब्रेक लगाकर एक युवक की जान बचा ली। यह घटना ओसियां रेलवे स्टेशन के निकट घटी, जब एक युवक बेहोशी की हालत में, हाथ बंधे हुए, रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। रेलवे सूत्रों के अनुसार, बुधवार रात करीब 11:57 बजे जैसलमेर से दिल्ली जा रही ट्रेन संख्या 14087 रुणिचा एक्सप्रेस ओसियां स्टेशन के निकट पहुंच रही थी। इसी दौरान लोको पायलट किशोर कुमार ने ट्रैक पर एक व्यक्ति को पड़ा हुआ देखा। उन्होंने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन की गति को नियंत्रित किया और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को युवक के ऊपर चढ़ने से पहले ही रोक दिया।
इस घटना में लोको पायलट किशोर कुमार की सतर्कता और त्वरित निर्णय की सभी ने सराहना की है। यदि समय रहते इमरजेंसी ब्रेक नहीं लगाया जाता, तो एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। रेलवे प्रशासन ने भी लोको पायलट की सूझबूझ की तारीफ की है। लोको पायलट और अन्य रेलवे कर्मचारियों ने ट्रेन से उतरकर देखा तो पाया कि एक युवक बेहोशी की हालत में था और उसके हाथ बंधे हुए थे। रेलकर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस और रेलवे अधिकारियों को दी। बाद में यहां पहुंची पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान ओसियां के नयापुरा निवासी कानाराम भील के रूप में हुई है। बाद में उस युवक को 108 एंबुलेंस की मदद से उप जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। ओसियां थाना प्रभारी सुरतान सिंह ने बताया कि युवक ट्रैक पर कैसे पहुंचा, क्या वह स्वयं आया या किसी ने उसे वहां लाकर डाला, इसकी जांच की जा रही है। अभी तक इस मामले में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।