*समुद्र मंथन कार्यक्रम में उमडा जनसैलाब, सैकड़ों महिलाओं ने किया तालाब पूजन*
(जैसाराम माली) मीना समाज की एकता देखने को मिली सभी ने एक जैसे कपडे महिलाओ व पुरूषो ने*
शिवगंज। मीना समाज छावणी की ओर से शहर में चार दशक के बाद तालाब पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सिरोही, पाली व जालोर जिले से हजारों की संख्या में समाज बंधुओं ने भाग लेकर कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया। इस अवसर पर सैकडों की संख्या में महिलाओं ने अपने भाईयों के साथ तालाब पूजन कर सामाजिक परंपराओं का निर्वहन किया।
जानकारी के अनुसार मीना समाज छावणी की ओर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार की सुबह सिरोही, पाली व जालोर जिले में निवास करने वाले मीना समाज के लोग जुलूस के रूप में गाजों बाजों के साथ शहर की प्राचीन डिग्गीनाडी जहां तालाब पूजन का कार्यक्रम प्रस्तावित था, वहां के लिए रवाना हुए। इस दौरान समाज के पुरूष व महिलाएं अपने पारंपरिक परिधानों में सजे धजे दिखाई दिए। ढोल ढमाकों एवं डीजे की धून पर समाज के युवा एवं महिलाएं नाचते गाते डिग्गीनाडी पहुंचे। जहां सामाजिक परंपराओं के अनुसार महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए तालाब पूजन की रस्म अदा कर अपने भाईयों के दिर्घायु होने तथा खुशहाली की कामनाएं की।
*बहने पूजा के बाद अपने भाईयों के हाथों से पीती है पानी*
तालाब पूजन की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। शिवगंज शहर में चार दशक के बाद यह कार्यक्रम आयोजित हुआ है। जिसे लेकर समाज के लोगों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। मूल रूप से तालाब पूजन की रस्म शादी के बाद बहू बनकर आई महिलाएं अपने भाईयों के साथ मिलकर करती है। इस दिन महिलाएं तालाब पूजन के लिए अपने भाईयों को आमंत्रण भेजकर अपने ससुराल बुलाती है। इस दिन वे व्रत रखती है और तालाब का पूजन करने के बाद अपने भाईयों के हाथों से जल पीकर ही अपना व्रत खोलती है। कई सालों के बाद तालाब पूजन का आयोजन होने की वजह से चार दशक पूर्व यहां ब्याह कर आई महिलाओं ने भी इस दिन व्रत रखकर तालाब पूजन की रस्म निभाकर इस सामाजिक परंपरा का निर्वहन किया।
*दिनभर रहा मेले सा माहौल*
तालाब पूजन के कार्यक्रम को देखते हुए डिग्गीनाडी सहित छावणी मीणा वास क्षेत्र में दिन भर मेले सा महौल नजर आया। कार्यक्रम को लेकर समाज के लोगों के यहां आए रिश्तेदारों की भी पूरे जोश के साथ मेहमान नवाजी की गई। इससे पूर्व तालाब पूजन के बाद समाज की ओर से घुंघरी मातर का प्रसाद भी वितरित किया गया। बाहर से आए लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था समाज के लोगों ने अपने घरो पर की। इस मौके पर तालाब पूजन के लिए पहुंचे भाईयों ने भी अपनी बहनों को अपने सामर्थ्य के अनुसार उपहार व आभूषण देकर अपनी बहन के लिए खुशहाली की कामनाएं की। कार्यक्रम को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से भी कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए माकूल बंदोबस्त किए गए थे। कार्यक्रम के माध्यम से मीना समाज के लोगों ने अपनी सामाजिक एकता का भी परिचय दिया।
पाषॅद सरोज प्रकाशराज मीना दोनो ने भी समाज रीति-रिवाज से समुद्र मंथन हुआ प्रकाशराज मीना ने अपनी मेहनत से साफ सफाई करवाई और पानी टेट की व्यवस्था पालिका से करवाई और पालिकाध्यक्ष को धन्यवाद दिया और कहा की समुद्र मंथन मे मीना समाज का सहयोग किया आपका आभारी रहेगा ।
Author: AKSHAY OJHA
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