जयपुर। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने प्रिंसिपल-टीचर्स के तबादलों के आदेश को कुछ ही घंटे में वापस लेने पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा- फुफकार मारना और डसना अलग बात है। फुफकार इसलिए मारते हैं कि संभल जाओ। जिस काम में हो, वहां सेवाएं अच्छी दो। हमने फुफकार मारकर समझा दिया। इससे बाकी लोग अच्छे से काम करें। इसमें क्या दिक्कत है। हमारे एक मंत्री ने दूसरे की चिट्ठी को सम्मान दिया। मैं दूसरे मंत्री का बड़प्पन मानता हूं कि उसने बात का सम्मान किया। हमने कभी एक-दूसरे की टांग खिंचाई नहीं की। मदन राठौड़ बीजेपी ऑफिस में बोल रहे थे। वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के राज्य सरकार को यू-टर्न वाली सरकार बताने वाले बयान पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए कहा- हमारे और कांग्रेस में बड़ा अंतर है। कांग्रेस नेता एक-दूसरे को नकारा-निकम्मा और न जाने क्या-क्या बोल देते थे। लेकिन हमारे यहां एक-दूसरे की टांग खिंचाई नहीं करते हैं। हम आपस में समन्वय रखते हैं। हमारे एक मंत्री की छोटी सी चिट्ठी पर दूसरे मंत्री ने कितना सम्मान दिया। यह कोई कम बात है क्या?
विकास के मुद्दे पर उपचुनाव लड़ेंगे
मदन राठौड़ ने कहा- हम उपचुनावों में जनता के बीच सरकार के कामों को लेकर जाएंगे। हमारी सरकार ने पिछले 10 माह में जन कल्याण से जुड़े काम किए हैं। यह उपचुनाव हम विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे। प्रत्याशी चयन को लेकर राठौड़ ने कहा कि जो जनता के बीच सेवक बनकर जाता है और जिसको जनता पसंद करती है, उसे हम टिकट देंगे।
क्या है ट्रांसफर का मामला
दरअसल, मंगलवार (15 अक्टूबर) को शिक्षा विभाग ने एक ही लिस्ट में 40 स्कूल प्रिंसिपल के ट्रांसफर किए थे, जिसमें 39 फेरबदल अकेले दौसा जिले के थे। बैन के बावजूद ग्रेड थर्ड शिक्षकों के तबादले किए गए थे। दौसा में हुए तबादलों पर मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने तबादले स्थगित करने की मांग की थी। किरोड़ी के लेटर के बाद शिक्षा विभाग ने तत्काल तबादला आदेश वापस ले लिए। इससे पहले राजस्थान सरकार ने प्रदेश के 78 नगरीय निकायों में की गई राजनीतिक नियुक्तियों पर महज 6 घंटे बाद ही रोक लगा दी थी।