उदयपुर। जिले में बड़गांव के मदार गांव में एक दिन पहले लेपर्ड द्वारा एक महिला का शिकार करने के मामले में ग्रामीणों ने गुरुवार को एमबी हॉस्पिटल मोर्चरी के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि जल्द से जल्द से लेपर्ड को पकड़ा जाए या फिर मारा जाए। ताकि वह आगे अन्य लोगों पर हमला ना करे। मोर्चरी के बाहर बड़ी संख्या में महिलाएं भी बैठी थीं। ग्रामीण पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग पर अड़ गए। माहौल गर्माता देख उदयपुर एसपी योगेश गोयल, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा और डीएफओ अजय चित्तौड़ा मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से समझाइश करने का प्रयास किया। इस दौरान डीएफओ ने वन विभाग की ओर से निर्धारित 5 लाख रुपए मुआवजा राशि देने की बात कही। वहीं एसपी और विधायक ने कहा कि बाकी मुआवजा राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दिलावाने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा जाएगा।
खेत पर काम कर रही 2 महिलाओं पर किया था हमला
बुधवार को मदार गांव में लेपर्ड ने खेत में काम कर रही दो महिलाओं पर हमला किया था। दोनों घायल हो गई थी। इनमें से लेपर्ड ने एक महिला मांगीबाई के गले पर अटैक किया था जिससे उनके गले पर गहरा घाव हो गया था। बुधवार शाम करीब 7:30 महिला ने एमबी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। वहीं, दूसरी महिला केसीबाई के हाथ में घाव है उनका इलाज चल रहा है। बता दें, इससे एक दिन पहले रात को पालड़ी गांव में लेपर्ड ने गाय के बछड़े का शिकार कर उसे मार डाला था। वहीं, तीन दिन पहले बड़ी गांव में भी लेपर्ड ने गाय के बछड़े का शिकार किया था। शहर के आसपास लगातार लेपर्ड के लगातार बढ़ते मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग रात के समय अकेले बाहर निकलने से डर रहे हैं।