बालोतरा। डीएसटी टीम व जसोल पुलिस को शनिवार देर रात 9 लाख रुपए नकली नोट की खेप बरामद करने की बड़ी कामयाबी मिली। हालांकि नकली नोट लाकर खपाने की सूचना डीएसटी टीम को दीपावली के पहले से थी, लेकिन आरोपी को नकली नोटों के साथ पकड़ना था, इसलिए पुलिस लगातार रेकी करती रही। शनिवार रात को मुखबिर से सूचना मिली की एक युवक बाइक पर बालोतरा से नकली नोटों की सप्लाई लेकर सिवाना की ओर जा रहा है। इस पर जसोल थाना पुलिस व डीएसटी टीम ने आसोतरा ब्रह्माजी मंदिर से थोड़ा बालोतरा की ओर एक बंद पड़ी होटल के पास पुख्ता नाकाबंदी कर दी। बालोतरा की ओर से शनिवार देर रात जैसे ही बाइक सवार युवक बंद होटल के पास पहुंचा, पुलिस ने रुकवाकर जांच की तो बाइक की डिक्की में रखे बैग में 500-500 रुपए के 8,97500 रुपए नकली नोट बरामद हुए। पुलिस बरामद नोटों के साथ आरोपी युवक व बाइक को जसोल थाने ले आई। यह कार्रवाई रविवार सुबह करीब 4 बजे तक चली। सीमा क्षेत्र के पास नकली नोटों की खेप आने के गंभीर मामले में जीआईसी, एटीएस व एसएजी भी गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ करेगी। एसपी कुंदन कंवरिया ने बताया कि पुलिस टीमों ने जाली नोटों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए भरत कुमार के कब्जे से करीब 9 लाख रुपए के जाली नोट बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि 2 व 3 नवंबर की मध्य रात्रि को डीएसटी बालोतरा को सूचना मिली कि भरत कुमार निवासी मालियों का वास बोरावास तिलवाड़ा, हाल गांधीपुरा बालोतरा के कब्जा में भारी मात्रा में जाली नोट बरामद हो सकते हैं। भरत कुमार जाली नोटों को असली में उपयोग में ले रहा है। सूचना पर जसोल थानाधिकारी चंद्रसिंह मय जिला स्पेशल टीम बालोतरा की ओर से नाकाबंदी की गई।
नाकाबंदी के दौरान भरत कुमार को पकड़ कर तलाशी ली गई तो भरत कुमार के पास 500-500 रुपए के कुल 1795 नोट (8,97500 रुपए मिले । नकली नोट जब्त कर भरतकुमार को गिरफ्तार किया व बाइक जब्त की गई है । नकली नोटों के साथ गिरफ्तार भरत इससे पहले दो बार नकली नोटों की खेप बालोतरा लेकर आया है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि पहली बार एक लाख रुपए लाया, जो उसने खपा दिए। इसके बाद 40 लाख रुपए लाया, जिसकी प्रिंटिंग खराब होने के चलते उसने 1 लाख रुपए खपाकर बचे हुए 39 लाख रुपए वापस लौटा दिए। इसके बाद तीसरी बार यह खेप लेकर आया था। भरत बालोतरा में द्वितीय रेलवे अंडर ब्रिज के पास पहले मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता था। इसका संपर्क जालोर के एक युवक से होने पर वह नकली नोटों के अवैध धंधे में पड़ा। भरत जालोर जिले के जीवाणा-बागोड़ा क्षेत्र में जाता और वहां से नकली नोट बालोतरा लेकर आता। उसे 1 लाख रुपए के नकली नोट 25 हजार रुपए में मिलते, जिसे वह 40 हजार रुपए में खपा देता। इससे उसके प्रति लाख 15 हजार रुपए की अवैध कमाई हो रही थी। पुलिस ने जालोर जिले के युवक को भी इस मामले में नामजद कर लिया है। भरत इतना शातिर कि वह नकली नोटों की सप्लाई बालोतरा में कम करवा कर गुजरात के सूरत वगैरह अलग-अलग शहरों में रहने वाले अपने परिचितों के माध्यम से करवाता। ताकि यहां नकली नोट पकड़ में ना आए और उस पर आंच ना आए। उसने प्रारंभिक पूछताछ में कुछ नाम भी उगले हैं, जिनको वह सप्लाई देता था। इधर, पुलिस नकली नोटों की पूरी चेन खंगालने में जुटी हैं। भरत जालोर में जिस युवक से नकली नोट लाता, वह आगे कहां से लाता था। नकली नोट प्रिंटिंग कहां हो रहे थे, इस पूरे मामले का खुलासा करने को आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।