सवाई माधोपुर। जिला प्रशासन की अनदेखी और उदासीनता के चलते एक बार फिर से बनास नदी में बजरी का खनन ठेकेदार की ओर से शुरू कर दिया गया है। पूरी बजरी अवैध रूप से चौथ का बरवाड़ा के सोलपुर के स्टॉक में ओवरलोड वाहनों से इकट्ठा की जा रही है। जबकि चार दिन पहले ही खनिज विभाग ने इस स्टॉक का परमिट रद्द किया था। ऐसे में इसके यहीं पर दोबारा शुरू होने से कई सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। सवाई माधोपुर जिले में कहीं पर भी बजरी की लीज नहीं है। 28 अप्रैल 2024 को ही सवाई माधोपुर जिले की सभी लीज समाप्त हो गई। इसके बावजूद भी बजरी का अवैध परिवहन सवाई माधोपुर जिले में होकर ही किया जा रहा है। टोंक जिले की लीज से बजरी चौथ का बरवाड़ा तहसील के कई गांव में ठेकेदार स्टॉक के रूप में इकट्ठा कर रहा है। यहां से 5 गुना ज्यादा दर लेकर अन्य लोगों को सरेआम बेच रहा है। यह मामला सामने आने के बाद चार दिन पहले ही खनिज विभाग ने इस स्टॉक की परमिशन को रद्द किया था। अब चार दिन बाद फिर से इसकी परमिशन शुरू कर दी गई है। जिसके चलते क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है। ईसरदा सरपंच पुखराज गुर्जर एवं अन्य लोगों ने बताया कि जब सवाई माधोपुर एवं चौथ का बरवाड़ा में कहीं पर भी लीज नहीं है तो पूरी बजरी यहां से मिली भगत कर निकाली जा रहा है। पूर्व में परमिशन रद्द करने के बाद फिर से इसे शुरू कर दिए जाने से लोगों में आक्रोश है तथा लोगों को मजबूरी में सड़क पर उतरना पड़ेगा।इस मामले को लेकर खनिज विभाग के अभियंता राजेंद्र भट्ट ने बताया कि उन्होंने लोगों की समस्या को देखते हुए यहां की परमिशन रद्द करने के लिए प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा था। इसके बाद यहां की स्टॉक की परमिशन रद्द कर दी गई। अब फिर से यहां की परमिशन कैसे शुरू हो गई। इसकी मुझे भी जानकारी नहीं है। यह सब कुछ उच्च लेवल पर हो रहा है।
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बनास नदी में फिर शुरू हुआ बजरी का खनन : चार दिन पहले खनिज विभाग ने की थी टीपी रद्द
Pankaj Garg
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