जयपुर। एसएमएस मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर्स के संगठन जार्ड (जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स) की मांगों को लेकर आज शाम सरकार के साथ बैठक है। इस बैठक में जार्ड की मांगों पर चर्चा की जाएगी और उसकी रिपोर्ट तैयार करके कोर्ट में पेश की जाएगी। वहीं सरकार अब जार्ड संगठन को भी खत्म करने जा रही है। इसकी जगह अब हर विभाग से एक-एक स्टूडेंट जो पढ़ने में सबसे अच्छा है उसे सलेक्ट करके उनकी एक कमेटी बनाई जाएगी, जो रेजीडेंट्स डॉक्टर्स का प्रतिनिधित्व करेगी। अक्टूबर में रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल पर जब हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया था, तब कोर्ट ने जार्ड के अस्तित्व के बारे में जानकारी ली थी। तब कोर्ट ने भी टिप्पणी की थी कि आपका संगठन रजिस्टर्ड नहीं है तो आप किस आधार पर रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की मांगों को लेकर हड़ताल पर जा रहे है। कोर्ट के इस संज्ञान और फटकार के बाद ही रेजीडेंट्स डॉक्टर्स वापस काम पर लौटे थे। इसके साथ ही कोर्ट ने सरकार को रेजीडेंट्स की मांगों पर विचार करने के लिए कमेटी बनाने और उसकी रिपोर्ट कोर्ट में सबमिट करने के आदेश दिए थे।
जार्ड ने रेजीडेंट्स का विश्वास खोया
एसएमएस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि जार्ड ने रेजिडेंट्स का विश्वास खो दिया है, जिसके कारण अब एक नई व्यवस्था बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत सभी विभागों से एक-एक ब्रिलिएंट स्टूडेंट को शामिल कर रेजिडेंट डॉक्टर्स का प्रतिनिधित्व करने के लिए नई कमेटी बनाई जा सकती है।
आज शाम को होगी बैठक
हाई कोर्ट के निर्देश पर रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांगों को लेकर बनाई कमेटी की आज चिकित्सा शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक होगी। आज शाम को प्रस्तावित बैठक में निदेशक जन स्वास्थ्य, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, एसएमएस अस्पताल के सीनियर डॉक्टर्स और जार्ड के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसमें रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की सुरक्षा के अलावा उनके स्टाइपेंड बढ़ाने, बॉण्ड नीति में संशोधन करने पर विचार किया जाएगा।