जयपुर। प्रदेश में फूड सेफ्टी ऑफिसर की भर्ती नहीं हो पाने के कारणों पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भर्ती जल्द कराई जाए और जो भी अड़चनें हैं उनका निपटारा किया जाए। सीएम ने पूछा कि कोर्ट में केस किसने किया है? इस पर अफसरों ने बताया कि जो अफसर डेपुटेशन पर लगे हैं। इस पर सीएम ने कहा कि इन लोगों को बाहर भेजो। इसके अलावा भर्ती अटकने का बड़ा कारण कोर्ट में केस काफी नीचे लिस्ट हुआ है। इसलिए उसकी सुनवाई नहीं हो पा रही है। पिछली तारीख पर भी केस की सुनवाई नहीं हो सकी थी।
करीब 150 वें नंबर पर फाइल होने और समय की कमी होने से सुनवाई नहीं हो पाई थी। ऐसा चार बार हो चुका है। कुछ दिन पहले सीएम ने फूड सेफ्टी ऑफिसर भर्ती के बारे में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि मामला कोर्ट में है। तारीख पर सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसके बाद उन्होंने सरकार के महाधिवक्ता से भी बात की। साथ ही विभाग के अधिकारियों से उन लोगों के बारे में भी पूछा जिन्होंने केस किया हुआ है। जब उन्हें बताया गया कि फूड विभाग में डेपुटेशन पर लगे कर्मचारियों ने ही केस किया हुआ है तो सीएम ने नाराजगी जताते हुए उन्हें बाहर भेजने तक की बात कही।
“मुख्यमंत्री ने एफएसओ भर्ती में अपडेट मांगा था। उन्हें पूरी जानकारी दी गई है। महाधिवक्ता ही मामले के वकील भी हैं। लेकिन कॉज लिस्ट में फाइल नीचे होने से सुनवाई नहीं हो रही। उम्मीद है एक-दो तारीख में निर्णय हो जाएगा।” –इकबाल खान, आयुक्त, खाद्य सुरक्षा
“लंबे समय से भर्ती का इंतजार है। विभाग को अधिकारियों की जरूरत भी है। भर्ती के बाद विभाग की ओर से प्रदेश में चलाए जा रहे अभियान को और गति मिलेगी और आमजन के लिए खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकना भी आसान होगा।”