बाड़मेर। जिले के रामसर ब्लॉक की प्राइमरी स्कूल में शुक्रवार को टीचर नहीं आने से बच्चे गेट के बाहर बैठना पड़ा। इससे बच्चों की क्लास भी नहीं लगी। इससे ग्रामीणों आक्रोशित हो गया। शिक्षा विभाग को सूचना दी गई। करीब दो घंटे बाद आनन-फानन में ब्लॉक स्तर से टीचर की प्रतिनियुक्त की गई। इसके बाद स्कूल खुली। स्कूल में दो टीचर कार्यरत है। एक टीचर छुट्टी पर चला गया। वहीं टीचर ऑफिस काम से रामसर आ गया। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल सैफल की ढाणी सज्जन का पार में 28 गर्ल्स और बॉयज अध्ययनरत है। स्कूल में वीरेंद्र सिंह और रामनिवास दो का टीचर कार्यरत है। शुक्रवार को एक टीचर ऑफिस काम से रामसर आ गया। इससे पहले पीईईओ मगाराम ने दूसरे टीचर की सीएल को मंजूर कर छुट्टी दे दी। इससे दोनों टीचर शुक्रवार को स्कूल समय में पहुंच नहीं पाए। बच्चे जब स्कूल पहुंचे। तो स्कूल का ताला नहीं खुला। मजबूरन बच्चों को गेट के बाहर बैठना पड़ा। टीचरों का इंतजार करते रहे। जब परिजनों को इस बात की जानकारी लगी तो स्कूल पहुंचकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई। इसके बाद शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में पड़ोसी स्कूल के टीचर तुलसीराम को लगाया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल बंद होने की समस्या पहली नहीं है। पहले कई बार स्कूल समय से पहले स्कूल बंद हो जाती है। कभी तो आंधे दिन स्कूल बंद रहती है।
जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिंह रानीगांव ने बताया- ग्रामीणों से सूचना मिलने पर सीबीईओ को तुरंत बता दिया। निर्देशित किया गया है कि स्कूल तुरंत खुलवाई जाए। पड़ोसी स्कूल से तुलसीाराम टीचर को लगाकर स्कूल खुलवा दिया है। स्कूल में लगे टीचरों बिना बताए गए है या फिर नहीं आए उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव सीबीईओ से मांगे है। पीईईओ मेगाराम को नोटिस जारी किया गया है। स्कूल बंद रहा था तो आपने सूचना संचालित क्यूं नहीं किए। एक टीचर सीबीईओ ऑफिस में ऑफिस काम से गया हुआ था। दूसरा टीचर छुट्टी स्वीकृत करवाकर निकल गया था। इसकी पूरी जांच करने के निर्देश दिए है। इसमें किस टीचर की लापरवाही रही है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।