जयपुर। सोने-चांदी से बना रथ, मगरमच्छ, मोर, गाय, कछुआ, जूते-चप्पल… और भी बहुत कुछ। यह सब देखना है तो बस आप चले आइए JECC में। यहां ‘जयपुर सिल्वर शो-2024’ के तहत सोने-चांदी से बनीं चीजें प्रदर्शित की जा रही हैं। इन्हें देखकर आप भी कह उठेंगे- वाह, क्या अद्भुत डिजाइन है। 23 नवंबर को इस एग्जीबिशन की शुरुआत हुई थी। 25 नवंबर तक चलने वाले इस एग्जीबिशन बहुत ही खास है। कारोबारी यहां सोने-चांदी से बने तमाम ऐसे प्रोडक्ट लेकर आए हैं, जिनकी खूबसूरती देखते ही बन रही है। देशभर से आए कारोबारी इस एग्जीबिशन में शिरकत कर रहे हैं।
अनूठी कारीगरी की मिसाल है
आगरा से आए ज्वेलर विकास आनंद वर्मा ने बताया- सोने-चांदी से बना यह कपीध्वज रथ महाभारत काल के दिव्य रथ से प्रेरित है। इस रथ को बनाने में छह साल का समय लगा। 40 कुशल कारीगरों ने इसे तैयार किया है। इस रथ में 8333 रत्ती जवाहरात लगे हैं। इसमें हीरा, माणिक, पन्ना, और असली मोती जड़े गए हैं। रथ को 15 किलोग्राम चांदी (92% शुद्धता) और 400 ग्राम सोने से सजाया गया है। यह रथ भारतीय परंपरा और इतिहास को आधुनिक कलात्मकता के साथ प्रस्तुत करता है। इस रथ में अनूठी कारीगरी देखने को मिली है। इसमें मीना और चिताई के काम के साथ एंटीक लुक देने के लिए ऑक्सीडाइज तकनीक का उपयोग किया गया है।
केवल शो के लिए रखा गया है
विकास आनंद ने बताया- यह रथ पहले बेचने के लिए तैयार करवाया था। इसको बनाने में लगे समय और कारीगरों की मेहनत को देखकर इस एंटीक प्रोडक्ट को बेचने का मन बदल गया। अब यह रथ केवल शो के लिए रखा है। इसके कई ग्राहक आते हैं, लेकिन हमने इसे बेचने से मना कर दिया है।
चांदी से बनी लड़कियों की ड्रेस
विकास आनंद कहते हैं- हमारा काम पायल और ब्रेसलेट बनाने का भी है। हम और भी एंटीक ज्वेलरी डिजाइन करते रहते हैं। जैसा कस्टमर डिमांड करता है, उस तरीके की ज्वेलरी हम तैयार करते हैं। हमने चांदी से एक गर्ल्स ड्रेस (टॉप) भी तैयार की है। इसमें लगभग 3100 ग्राम चांदी का प्रयोग किया गया है। इसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपए है। इसे बनाने का आइडिया हमें अलीगढ़ (UP) के एक कपल के खास डिमांड से आया। उस कपल ने शादी के बाद सुहागरात पर गिफ्ट के तौर पर इस तरीके के टॉप की डिजाइन करने के लिए ऑर्डर दिया। हमने इसे अपने कारीगरों से कह कर डिजाइन करवाया। यह ज्वेलरी हमने उन कपल को दिया। इसके बाद इसे हम कई बार तैयार करवा चुके हैं। कपीश ज्वेलर्स के मालिक पंकज तांबी और विपिन तांबी ने बताया- इस ज्वेलरी शो में कई आकर्षक आभूषण शोकेस किए जा रहे हैं। इसे खरीदने के लिए देश के अलग अलग हिस्सों से ज्वेलर्स जयपुर आए हैं। यहां जयपुर की रजवाड़ी ज्वेलरी की खूब डिमांड है। इनमें खास रतनगढ़ की पायल आकर्षण का केंद्र है। रतनगढ़ की स्पेशल पायल, जिसकी कीमत 1 से 1.5 लाख रुपए है। इसके अलावा शो में चांदी के बने सोफे, डाइनिंग टेबल कुर्सी के साथ, चप्पल, जूते, पर्स, हाथ पंखा, मगरमच्छ, मोर, गाय और कछुए भी दिखाए गए हैं। यहां आने वाले लोग इनकी डिजाइन को खूब पसंद कर रहे हैं।
व्यापारिक मंच और समापन कार्यक्रम
इस तीन दिवसीय शो में 75 से अधिक एग्जीबिटर्स ने हिस्सा लिया है। आयोजकों का मानना है कि यह मंच व्यापारिक नेटवर्किंग और नए ट्रेंड्स को समझने का बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा। 25 नवंबर को शो का समापन सहकारिता मंत्री गौतम दक और अन्य प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति में होगा।