सवाई माधोपुर। सिंचाई विभाग की ओर से मोरेल बांध की माइनर नहर की सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है। जिससे मंगलवार को मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय के समीपवर्ती दिवाड़ा माइनर नहर के टूटने से आधा दर्जन से अधिक किसानों की करीब 8 बीघा सरसों की फसल में पानी भर गया। सिंचाई विभाग के द्वारा यहां माइनर नहर की सफाई के नाम पर खानापूर्ति करने से पानी से लबालब होकर नहर टूट गई। जिससे किसानों के खेतों में खड़ी सरसों की फसल में पानी भर गया। घटना की सूचना के बाद किसान मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी। जहां सूचना की बाद कनिष्ठ अभियंता विनोद मीणा मौके पर पहुंचे और टूटी हुई नहर को जोड़ने का कार्य प्रारंभ किया।
पीड़ित किसान भागचंद मीणा, टीकाराम मीणा, पुखराज मीणा, गिर्राज, लालाराम, भरतलाल आदि किसानों ने बताया कि मोरेल बांध की दिवाड़ा माइनर नहर की सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के द्वारा ठेकेदार से मिलीभगत कर सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर नहरों में पानी छोड़ दिया। जिससे कहीं जगह नहर ओवरफ्लो होकर टूट रही है। तो कहीं जगह नहर की दीवार टूटकर नहरी पानी खेतों में भर कर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहा है। पीड़ित किसानों ने बताया कि सिंचाई विभाग के द्वारा समय रहते नहरों की सफाई कर नहरों में पानी छोड़ा जाता तो किसानों की फसल नहरी पानी से बर्बाद नहीं होती।