हनुमानगढ़। जिले के रावतसर थाना इलाके में पिता ने खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर बेटी के घर से एक लाख रुपए चोरी कर लिए। खाना खाने से बेटी-दामाद और बच्चे बेहोश हो गए। जिसके बाद पिता ने घर के बक्शे में रखे एक लाख रपए निलाल लिए। इस मामले में बेटी ने अपने पिता, ताऊ, ताई, चचेरे भाई और बुआ के खिलाफ रावतसर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इस्तगासे के जरिए दर्ज हुए मुकदमें में सरोज (28) पत्नी सुरजीत मेघवाल निवासी बैरवां की ढाणी तहसील भादरा हाल ढाणी मोहन कासनिया, थालड़का तहसील नोहर ने बताया कि वह ग्राम थालड़का के मोहन कासनिया के खेत में बनी ढाणी में अपने परिवार सहित रहती है और मोहन कासनिया के खेत में परिवार सहित मजदूरी करती है। उसके पिता के नाम से ग्राम टोपरियां में कृषि भूमि और घर है। इस कृषि भूमि और घर को उसका ताऊ रामेश्वर उर्फ पेंटर पुत्र हजारी राम मेघवाल निवासी टोपरियां, ताई भतेरी पत्नी पेनार मेघवाल निवासी टोपरियां, ताऊ का लड़का जनकराम पुत्र कृष्ण मेघवाल निवासी टोपरियां और बुआ गुड्डी देवी पत्नी चानणराम मेघवाल निवासी कोहला के पास ढाणी हनुमानगढ़ हड़पना चाहते हैं। इस कारण से यह लोग उसके परिवार, उसके भाई राजेश, मां रोशनी से रंजिश रखते हैं। उसका पिता महावीर पुत्र हजारीराम मेघवाल निवासी टोपरियां शराब पीने का आदी है। जनकराम और रामेश्वर उर्फ पेंटर उसके पिता को शराब पिलाकर घर और खेत की जमीन अपने पक्ष में लिखवाना चाहते हैं। यह लोग उसके पिता को उसके, उसके मां और भाई के खिलाफ भड़काते रहते हैं। इस वजह से उसके पिता ने उसके भाई राजेश और मां रोशनी को घर से निकाल दिया। इनका अभी तक कोई अता-पता नहीं है। उसका पति सुरजीत अपने गांव बैरवां की ढाणी तहसील भादरा में अपना प्लाट बेच कर एक लाख रुपए लेकर आया था। यह रुपए उसने खेत में बनी ढाणी के अपने कमरे में बक्शे में रखे थे। रुपए रखे होने का पता उसके पिता महावीर को था।
27 अक्टूबर 2024 को उसका पिता उसके पास ढाणी में आया और रात को वहीं रुका। उसके पिता ने मौका पाकर उसके और उसके परिवार के खाने में नशीली दवा मिला दी। खाना खाने के बाद वह, उसका पति और बच्चे बेहोश हो गए। जब उन्हें सुबह होश आया तो देखा कि बच्चों को जहर खुरानी के कारण उल्टी-दस्त हो रहे हैं और बक्शे का ताला टूटा हुआ है और रुपए गायब हैं। उसका पिता भी ढाणी में नहीं था। उन्होंने गांव में इधर-उधर पता किया तो पता चला कि उसका पिता रात को ही कोई नशीली दवा खिलाकर संदूक का ताला तोड़कर एक लाख रुपए चोरी कर ले गया है। उसने जब अपने पिता को रुपए चोरी करने के बारे में पूछा तो उसका पिता महावीर, ताऊ का लड़का जनकराम, ताऊ रामेश्वर उर्फ पेंटर और ताई भतेरी उनकी ढाणी में आए और घरेलू सामन चोरी कर ले गए। उस समय वह इलाज करवाने के लिए नोहर में डॉक्टर के पास गई हुई थी। उसने 29 अक्टूबर 2024 को इस घटना की शिकायत रावतसर पुलिस थाने में की। इस पर पुलिस थाना एचएम ने उक्त प्रार्थना-पत्र थालड़का पुलिस चौकी को भेजकर उसे थालड़का पुलिस चौकी में जाने को कहा। इस पर वह थालड़का पुलिस चौकी गई तो वहां पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण ने कोई कार्रवाई नहीं की और उस पर दूसरे पक्ष के साथ राजीनामा करने का दबाव बनाया।
10 नवम्बर 2024 को उसका पिता महावीर अपने साथ पवन पुत्र हजारीराम को लेकर उनके पास आया और अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी। साथ ही कहा कि उससे गलती हो गई। उसने जनकराम, पेंटर, भतेरी और गुड्डी देवी के बहकावे में आकर उन लोगों को नशीली दवा खिलाकर रुपए चोरी कर लिए। जब उसने अपने पिता से रुपए वापस मांगे तो उसने कहा कि वह रुपए अब जनकराम और पेंटर के पास हैं। यह कहते हुए दोनों वहां से चले गए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जांच हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार कर रहे हैं।