जयपुर। एमजेआरपी यूनिवर्सिटी में एक दिवसीय डेंटल फेशियल एस्थेटिक ट्रीटमेंट वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, स्टाफ और डेंटल विशेषज्ञों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को डेंटल और फेशियल एस्थेटिक्स के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और उपचार पद्धतियों से परिचित कराना था। विशेषज्ञों ने चेहरे और दांतों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं, उनके लक्षणों और आधुनिक उपचार के तरीकों पर व्याख्यान दिए।
उन्होंने डेंटल साइंस में फेशियल एस्थेटिक्स के बढ़ते महत्व और इसके उपयोग की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें दांतों और चेहरे की समस्याओं का चेकअप और उनके उपचार पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे उन्नत तकनीकों का उपयोग करके रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं।
एमजेआरपी यूनिवर्सिटी के चेयरमैन निर्मल पंवार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार और ज्ञानवर्धन के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव और नई तकनीकों को समझने का अवसर प्रदान करते हैं। कार्यशाला के समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। यह आयोजन विश्वविद्यालय की नवाचार और उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।