अलवर। शहर के RR कॉलेज में 13वें दिन भी लेपर्ड पकड़ में नहीं आ सका। वन प्रशासन लेपर्ड के पगमार्क के पीछे घूम रहा है। लेपर्ड के खुद के पिंजरे में आने का इंतजार है। वनकर्मियों को जंगल में भेजकर तलाश कराई जा रही है। लेपर्ड अलवर शहर की कॉलोनियों के पास में है। जिसके कारण खतरा बना हुआ है।
पगमार्क रोज मिल रहे
आरआर कॉलेज के जंगल में लेपर्ड के पगमार्क रोजाना मिले हैं। दो-तीन बार लेपर्ड पिंजरे के पास आया है। लेकिन अंदर नहीं फंसा है। एक दो बार तो लेपर्ड ने पिंजरे के अंदर भी पंजा रखा है। इस कारण वन प्रशासन को लग रहा था कि लेपर्ड जल्दी पिंजरे में आ सकता है। लेकिन अब तक न लेपर्ड पिंजरे में आया न वन प्रशासन उसे दिन में ढूंढ़ सका है।
लेपर्ड के कैमरा ट्रैप में फोटो
लेपर्ड के कैमरा ट्रैप के फोटो भी बराबर सामने आए हैं। दिन में वनकर्मी ढूंढ़ते हैं। लेकिन दिन के समय कभी लेपर्ड नजर नहीं आता है। पिंजरों और कैमरा ट्रेप की लोकेशन को कई बार बदला गया है। लोगों से सावधानी बरतने की बराबर अपील है। वहीं अब कॉलेज में आने वाले स्टूडेंट्स को भी अधिक सावधानी बरतने की जरूरत हैं। जंगल के अंदर नहीं जाना चाहिए।