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January 19, 2025 2:07 am


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जिस कोचिंग में स्टूडेंट्स बेहोश हुए, उसे सील किया गया : जयपुर निगम की कार्रवाई, गहलोत बोले- कोचिंग संस्थानों को ‘कोचिंग हब’ शिफ्ट करे सरकार

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

जयपुर। जिले के उत्कर्ष कोचिंग को सील कर दिया गया है। सोमवार सुबह यहां पहुंची ग्रेटर नगर निगम की टीम ने यह कार्रवाई की है। FSL की टीम ने यहां से पानी का सैंपल भी लिया है। रविवार (15 दिसंबर) को इस कोचिंग में क्लास के दौरान कई स्टूडेंट्स बेहोश हो गए थे। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोचिंग संस्थानों को प्रताप नगर स्थित कोचिंग हब शिफ्ट करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानों में ऐसी दुर्घटनाएं कभी भी बड़ा रूप ले सकती हैं।

उत्कर्ष कोचिंग के स्टूडेंट कार्रवाई के विरोध में उतरे

अब उत्कर्ष कोचिंग के स्टूडेंट सील की कार्रवाई के विरोध में उतर आए हैं। कोचिंग के सामने बड़ी संख्या में ऐसे स्टूडेंट इकट्‌ठे हो गए हैं और विरोध जता रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक कोचिंग का सील नहीं खुलेगा, हम धरने पर बैठे रहेंगे। दूसरी ओर, निगम के अधिकारियों ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, कोचिंग सील रहेगी।

स्टूडेंट बोले- कोचिंग बंद रहा तो करियर खराब हो जाएगा

उत्कर्ष कोचिंग में पढ़ने वाले स्टूडेंट रामगोपाल ने बताया- मैं धौलपुर का रहने वाला हूं। रिसाव होने के बाद सर ने कहा कि सभी जल्दी से बाहर निकल जाओ। हम सभी स्टूडेंट बाहर आ गए। अब हमारा कोचिंग सेंटर बंद कर दिया है। रीट के एग्जाम आने वाले हैं। 5 दिन यदि कोचिंग बंद रहा तो हमारा करियर ही खराब हो जाएगा। रविवार देर रात पुलिस से झड़प के बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी के निवर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी सहित कई छात्र नेता समर्थकों के साथ अब भी धरने पर डटे हैं। इनकी मांग है कि ऐसे कोचिंग के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। एसीपी सोडाला योगेश चौधरी ने बताया- कोचिंग छात्रों की हालत बिगड़ने के बाद 5 छात्राओं को एसएमएस हॉस्पिटल ले जाया गया था। यहां इलाज के बाद रात में उन्हें छुट्‌टी दे दी गई, जबकि दो कोचिंग छात्र सीके बिड़ला हॉस्पिटल में अभी भी भर्ती हैं।

रविवार शाम क्लास के दौरान हुआ था गैस रिसाव

जयपुर के महेश नगर (श्रीगोपाल नगर) स्थित उत्कर्ष कोचिंग में दूसरी मंजिल पर रविवार शाम करीब 6:45 बजे क्लास चल रही थी। इसी दौरान सीवरेज लाइन से उठी बदबू से स्टूडेंट बेहोश होने लगे। उत्कर्ष कोचिंग क्लासेज के प्रबंधन ने 108 एंबुलेंस को बुलाया। इस दौरान अन्य छात्रों ने बेहोश छात्र-छात्राओं को कंधे पर उठाकर बाहर निकाला और एंबुलेंस की मदद से पास के प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया गया था।

6 थानों की पुलिस मौके पर बुलानी पड़ी

देर रात राजस्थान यूनिवर्सिटी के निवर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए थे। छात्र नेताओं, उनके समर्थकों की पुलिस से झड़प भी हुई थी। कई छात्रों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया था। इसके बाद निर्मल चौधरी सहित तमाम छात्र नेता धरने पर बैठ गए थे। उत्कर्ष कोचिंग सेंटर के सामने छात्र नेता निर्मल चौधरी और विकास विधूड़ी के साथ 20 छात्र पूरी रात धरने पर रहे।

सभी कोचिंग संस्थानों की जांच हो

सोमवार सुबह धरनास्थल (महेश नगर) पर छात्र नेताओं ने कहा- उत्कर्ष कोचिंग को सील करने और प्रदेश के सभी कोचिंग संस्थान नियमों पर खरे हैं या नहीं इसकी जांच कराने की मांग की जा रही है। छात्र नेता विकास विधूड़ी ने कहा- हम रात से धरने पर बैठे हैं। कोचिंग संस्थान जेडीए-नगर निगम के नियमानुसार नहीं चल रहे हैं। इसे सील किया जाए। साथ ही सभी कोचिंग संस्थान की जांच की जाए। ताकि यह पता चल सके कि मापदंडों पर ये खरे हैं या नहीं। दोषियों पर कार्रवाई की जाए।

भगदड़ मची होती तो कई छात्रों की जान चली जाती

छात्र नेता निर्मल चौधरी ने कहा- मुझे कल जानकारी मिली कि कोचिंग छात्रों की हालत खराब हो गई है। दस मिनट बाद ही मैं यहां पहुंच गया था। देखा कि पुलिस कोचिंग माफिया की ढाल बनी हुई है। कुछ छात्रों को किसी अस्पताल में भेज दिया, कुछ को कहीं और भेज दिया। हमें पता नहीं कि छात्रों को कहां ले गए। ऐसे में हम रात में कोचिंग के सामने ही धरना देकर बैठ गए। कोचिंग के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसे सील किया जाए।

दंगा नियंत्रण गाड़ी भी बुलाई

हालात बिगड़ता देख पुलिस प्रशासन ने रविवार रात करीब 11 बजे दंगा नियंत्रण वाहन भी बुला लिया था। इसके अलावा पुलिस लाइन से रिजर्व फोर्स को भी तैनात किया गया था।

दूसरी मंजिल पर चल रही थी क्लास

SHO (महेश नगर) कविता शर्मा ने बताया- रिद्धि-सिद्धि तिराहे के पास एक बिल्डिंग में उत्कर्ष कोचिंग चलती है। 15 दिसंबर की शाम को दूसरी मंजिल पर कोचिंग के रूम नंबर 201 में क्लास चल रही थी। शाम करीब 6:45 बजे क्लास में पढ़ाई के दौरान एक अजीब बदबू आने के चलते क्लास में मौजूद 12 से ज्यादा छात्र-छात्राओं को बेहोशी छाने लगी।

प्रत्यक्षदर्शी छात्र बोला- स्टूडेंट्स को बाहर निकालने में परेशानी हुई

प्रत्यक्षदर्शी स्टूडेंट युधिष्ठिर ने बताया- 201 नंबर क्लास रूम में ये हादसा हुआ। वैसे तो 800 के करीब बच्चे इस क्लास रूम में बैठते हैं, लेकिन आज संडे होने के चलते 350 स्टूडेंट्स ही आए थे। सबसे बड़ी समस्या थी कि बेहोश हुए स्टूडेंट्स को बाहर लाने में 15 से 20 मिनट लग गए। इलाज में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आई। लड़कियों को उठाने और बाहर लेकर आने में समस्या आई। हम भी उसी क्लास के अंदर थे। अजीब सी बदबू आ रही थी, हम सबको अचानक खांसी आने लगी। उन्होंने बताया- क्लास में हुई स्थिति को देखकर हड़कंप मच गया था। उत्कर्ष कोचिंग क्लास के प्रबंधन ने एंबुलेंस बुलाकर बेहोशी की हालत में स्टूडेंट्स को नजदीकी प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। डॉक्टर्स का कहना है कि सभी की हालत में सुधार है। प्रारंभिक पूछताछ में बच्चों ने बताया कि अजीब बदबू आने के बाद वह बेहोश हो गए।

निर्मल चौधरी के समर्थकों और पुलिसकर्मियों में झड़प

घटना की जानकारी मिलने के बाद सोमानी हॉस्पिटल के बाहर राजस्थान यूनिवर्सिटी के निवर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी समेत अन्य छात्र नेता जुट गए। निर्मल चौधरी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मियों से उलझ गए।

पूरी घटना के लिए प्रशासन जिम्मेदार

छात्र नेता निर्मल चौधरी ने कहा- प्रशासन के लोग हमारे से बातचीत करने आएं। कोचिंग छात्रों के सपनों से इनके जीवन से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा- ये स्टूडेंट यहां पढ़ने आते हैं, मौत का सामना करने थोड़ी आते हैं। इस पूरी घटना के लिए सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है। कोचिंग माफिया जिम्मेदार है। इस कोचिंग का मालिक जिम्मेदार है।

नगर निगम की टीम भी पहुंची थी

सूचना मिलने पर ग्रेटर नगर निगम मानसरोवर जोन की टीम जांच के लिए पहुंची थी। तब तक कोचिंग प्रबंधन ने बिल्डिंग के ताले लगा दिए थे। जोन उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने बताया कि कोचिंग में क्लास चल रही थी। वहां आई बदबू पीजी हॉस्टल की सीवर लाइन की हो सकती है।

पूर्व सीएम ने कहा- कोचिंग हब में शिफ्ट किए जाएं

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा- रविवार रात जयपुर में एक कोचिंग संस्थान में हुई दुर्घटना चिंताजनक है। इस दुर्घटना में घायल हुए विद्यार्थियों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। कोचिंग संस्थानों में ऐसी दुर्घटनाएं कभी भी बड़ा रूप ले सकती हैं। यहां क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है, जो उचित नहीं है। हमारी सरकार के समय कोचिंग संस्थानों के लिए विस्तृत गाइडलाइंस जारी की गई थीं। भीड़भाड़ वाले इलाकों के स्थान पर अच्छे वातावरण के लिए सोच-समझकर प्रताप नगर (जयपुर) में कोचिंग हब बनाया गया था। यह वर्तमान राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि कोचिंग संस्थानों के उचित प्रबंधन के लिए बनाई गाइडलाइंस को लागू करें। अविलंब सारे कोचिंग संस्थान पिछली सरकार द्वारा बनाए गए कोचिंग हब में शिफ्ट किए जाएं।

सचिन पायलट बोले- हादसे की गहनता से जांच हो

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा- जयपुर के एक कोचिंग इंस्टिट्यूट में गैस रिसाव के कारण कई स्टूडेंट्स तबीयत बिगड़ने के कारण बेहोश हो गए थे। यह बेहद चिंताजनक घटना है। इसकी जांच होनी चाहिए। राज्य सरकार से मेरी मांग है कि इस हादसे की गहनता से जांच हो एवं लापरवाही बरतने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही सरकार समस्त कोचिंग संस्थानों के लिए सुरक्षा नियम जारी कर उनकी सख्ती से पालन करवाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। मेरी प्रार्थना है कि ईश्वर सभी स्टूडेंट्स को सकुशल रखें।

टीकाराम जूली ने घटना को बताया चिंताजनक

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस घटना बेहद चिंताजनक बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया- यह घटना न केवल छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए खतरनाक है, बल्कि यह हमारी शिक्षा प्रणाली की कमियों को भी उजागर करती है।

Author: JITESH PRAJAPAT

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