जालोर। जिले में जवाई बांध के जल बंटवारे को लेकर चल रहा धरना रविवार को विवादों के बाद स्थगित कर दिया गया। इससे नाराज शिव सेना के पदाधिकारियों ने सोमवार को भारतीय किसान संघ का पुतला जलाकर विरोध जताया। साथ ही दो दिन में फिर से धरना प्रदर्शन शुरू करने की बात की।
शिव सेना जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित ने बताया- जवाई नदी के पानी पर जालोर का हक तय करने की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के आह्वान पर पिछले 27 दिन से जालोर कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव चल रहा था। लेकिन 27वें दिन किसान संघ के पदाधिकारियों ने किसानों से बिना राय लिए ही अपनी मर्जी से धरना स्थगित करने की घोषणा कर दी। इससे हमने विरोध किया है। साथ ही थवला रोड स्थित शिव सेना कार्यालय के बाहर भारतीय किसान संघ का पुतला जलाकर विरोध भी जताया।
पुरोहित ने किसान संघ के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया- जवाई नदी के पानी पर जालोर का हक का मुद्दा जालोर की जनता के दिल से जुड़ा हैं। 15 दिसंबर को भारतीय किसान संघ जालोर इकाई के अध्यक्ष रतन सिंह कानीवाड़ा पिछले तीन दिन से धरना खत्म करने की फिराक में थे। इसकी आहट हमें पहले से हो चुकी थी, क्योंकि भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी ने जालोर विधायक के घर जाकर गुप्त मीटिंग की थी। धरना दो मुद्दों पर शुरू किया था, इनमें पहला जवाई नदी के पानी पर जालोर का हिस्सा तय करना और दूसरा बीमा क्लेम व एक निजी इंश्योरेंस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करके दूसरी कंपनी को शामिल करना था। लेकिन यह दोनों मांगे पूरी होने से पहले ही धरना स्थगित किया।
बोले- नए बैनर तले फिर से शुरू करेंगे धरना
पुरोहित ने बताया- जल्द ही शिव सेना व किसानों के द्वारा जालोर किसान संघर्ष समिति का नया मंच बनाकर जिला कलेक्ट्रेट के सामने जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करने की मांग को लेकर फिर से धरना शुरू करेंगे।