चित्तौड़गढ़। शहर में भू-माफियाओं का दबदबा बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में कई लोगों की लगातार शिकायतों के बावजूद प्रशासन अनदेखी कर रहा है। शहर के ही एक युवक द्वारा भू-माफियाओं के खिलाफ कई शिकायतें की गई। इसके अलावा नगर परिषद में भी मकान के पट्टे के लिए आवेदन किया, लेकिन उसे दो साल भी पट्टा नहीं दिया गया। नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि आवेदनकर्ता के घर जाकर मौका देखा गया, लेकिन घर पर हमेशा ताला लगा मिला।
दो मकानों के आवेदन लेकिन एक का भी पट्टा जारी नहीं
शहर के उदयलाल मीणा ने बताया कि चामटी खेड़ा में 150 साल से मेरे पूर्वजों के दो मकान है। इस मकान पर कुछ भू माफियाओं की नजर है। वो मकान पर कब्जे की फिराक में हैं। उदयलाल ने बताया कि 25 अगस्त 2022 में पट्टों के लिए आवेदन किया था। नगर परिषद में सारे डॉक्यूमेंट्स भी जमा कर चुके हैं, लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों के साथ भू माफियाओं की मिलीभगत होने के कारण आज तक पट्टे नहीं दिए गए। दो मकानों के दो आवेदन किए गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़ित ने बताया कि मकान के आस-पास असामाजिक तत्वों ने गिरोह बनाकर शांति भंग कर रहे हैं। इसकी भी शिकायत जिला कलेक्टर और एसपी ऑफिस में की गई।
नगर परिषद के अधिकारी बोले – घर पर लगा मिला ताला इसलिए नहीं हुई कार्रवाई
पीड़ित ने बताया कि बार-बार चक्कर लगाने और शिकायतों के बावजूद भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। पीड़ित ने एक बार फिर गुरुवार को जिला कलेक्टर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। जब इस बारे में नगर परिषद के कार्यालय सहायक शिव चौबीसा से बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे विभाग की ओर से कई बार पीड़ित के घर जाना हुआ, लेकिन घर पर हमेशा ताला लगा हुआ था और फोन भी बंद मिला।