जयपुर। जिले में एक और जहां नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर शहर की सफाई व्यवस्था से लेकर आवारा पशुओं को पकड़ने, पेड़ – पौधों के रख रखाव को लेकर एक दूसरे की सीमा का हवाला देता है। वहीं राजस्व को लेकर नगर निगम हेरिटेज नियमों के विपरीत जाकर ग्रेटर सीमा में लैंड कन्वर्जन की फाइल को आगे बढ़ा रहा है। महज तीन सप्ताह के भीतर ही यह फाइल को प्रोसेसिंग से लेकर पेमेंट जमा कराने तक की प्रोसेस पर पहुंच गई है। जबकि सैकड़ो की संख्या में आम जनता पट्टे ट्रांसफर, लैंड यूज कन्वर्जन, नामांतरण जैसे मामलों को लेकर पिछले लंबे वक्त से इंतजार कर रहे है।
दरअसल, नगर निगम हेरिटेज ने फतेह टीबा स्थित गोविंद मार्ग के प्लांट नंबर -3 के भू उपयोग परिर्वतन करने के लिए नोटिस तक जारी कर दिया। जबकि यह जमीन ग्रेटर नगर निगम के मालवीय नगर जोन में आती है। बावजूद इसके भी नगर निगम हेरिटेज के अधिकारी और कर्मचारी जल्दबाजी कर नियमों के विपरीत भू उपयोग परिर्वतन करने में लगे हुए हैं।
इस फाइल के लिए निगम की लैंड शाखा ने डिमांड नोटिस भी जारी कर दिया है। जबकि अब तक लैंड कन्वर्जन को लेकर न तो निगम कमिश्नर की अध्यक्षता में कोई मीटिंग नहीं हुई है। न ही नियमों के तहत सार्वजनिक विज्ञप्ति जारी कर आम जनता से आपत्तियां मांगी गई है। इसके साथ ही अब तक इस पूरी प्रक्रिया को लेकर किसी तरह की प्रशासनिक स्वीकृति भी नहीं ली गई। जिसको लेकर अब नगर निगम के फाइनेंस शाखा के अधिकारियों में भी डर का माहौल है।
नगर निगम ग्रेटर में आने वाला प्लाट नंबर 3 दो हिस्सों में डिवाइडेड है। जहां पुनर्गठन के बिना लैंड कन्वर्जन नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही जो राशि नियमों के तहत जमा होने वाली है। उसमें भी लगभग एक करोड़ रुपए कम जोड़ा गया है। वहीं तकनीकी शाखा ने भी इस पूरे मामले पर विपरीत रिपोर्ट सौंपी थी। उसके बावजूद भी नगर निगम हेरिटेज द्वारा आनन – फानन में इस फाइल को आगे बढ़ाने की कार्रवाई की जा रही है।
नगर निगम कमिश्नर अरुण कुमार हसीजा ने कहा कि इस तरह की कोई पत्रावली फिलहाल मुझ तक नहीं पहुंची है। लेकिन अगर इस तरह का कोई काम नगर निगम हेरिटेज द्वारा किया जा रहा है। तो वह पूरी तरह गलत है। जो भी व्यक्ति इसमें दोषी होंगे। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले पर हमने लैंड शाखा की उपायुक्त हंसा मीणा, रेवेन्यू इंस्पेक्टर अजीत सिंह और ड्राफमैन सौरभ से भी उनका पक्ष जानने की कोशिश की। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
युवा कांग्रेस के नेता नेमी गुर्जर ने कहा कि हंसा मीणा ने नगर निगम को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। जूनियर होने के बावजूद हंसा मीणा को निगम में सीनियर्स को नजर-अंदाज कर तीन – तीन प्रमुख पद दिए गए हैं। तीनों ही पदों पर मीणा जनता से लूट जमकर चांदी कूट रही है।
गुर्जर ने कहा कि पिछले 3 महीनों में हंसा मीणा द्वारा साइन की गई सभी फाइलों की ACB से जांच होनी चाहिए। ताकि जनता को भी हकीकत पता चल सके। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी सरकार ने इस तरह का भ्रष्टाचार करने वाली अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। तो युवा कांग्रेस नगर निगम मुख्यालय का घेराव करेंगी।