बीकानेर। कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गोविंद मेघवाल में मस्जिद सर्वे को लेकर बीजेपी पर तंज कसा। वे बोले सर्वे में ज्यादा गहरी खुदाई की तो अंदर से बुद्ध निकलेंगे। दरअसल,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से अम्बेडकर पर दिए बयान के बाद से कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। सोमवार को भी बीकानेर में प्रदर्शन किया गया था। इस प्रदर्शन के दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शाह से ज्यादा गुस्सा अर्जुनराम के खिलाफ है। वे गुलाम बनकर शाह की पैरवी कर रहे हैं। बाबा साहेब का अपमान हो रहा है वे चुप है।
पूर्व मंत्री बोले- जहां मस्जिद है, वहां मस्जिद रहने दीजिए
प्रदर्शन के दौरान जब मीडिया ने मस्जिदों के सर्वें से जुड़ा जब सवाल किया। वे बोले- ये सर्वे कोई अच्छी बात नहीं है, कानून था 1947 में बना था कि मंदिर है जो मंदिर रहेगा, जो मस्जिद है वाे मस्जिद रहेगा, अयोध्या को छोड़कर। लेकिन उन्होंने मस्जिद खोदनी चालू कर दी। मैं तो इनको कहता भी हूं कि इनको ज्यादा नहीं खोदना, कहीं नीचे बुद्ध नहीं निकल जाए। इसलिए लोगों में जबरदस्त नाराजगी है।
वे बोले-हम चाहते हैं कि सरकार को किसी के भी धर्म को डिस्टर्ब करने का अधिकार नहीं है। जहां मंदिर है, वहां मंदिर रहना चाहिए। जहां मस्जिद है, वहां मस्जिद,जहां गुरुद्वारा है वहां गुरुद्वारा और जहां तेजाजी का मंदिर है, वहां तेजाजी रहे। किसी भी धर्म को परेशान करने का अधिकार नहीं है।
मेघवाल पर बोले-संविधान नहीं होते तो मेघवाल चौथी बार संसद नहीं पहुंचते
पूर्व मंत्री ने केंद्रीय मंत्री मेघवाल पर भी कई आरोप लगाए है। वे बोले- अमित शाह के शर्मनाक बयान के बचाव में अर्जुनराम मेघवाल गुलाम बनकर पैरवी कर रहे हैं। मैं उनके भी इस्तीफे की मांग कर रहा हूं।
संविधान नहीं होता तो अर्जुनराम मेघवाल चौथी बार संसद में नहीं पहुंचते। समाज के लोग अमित शाह से ज्यादा गुस्सा अर्जुनराम मेघवाल से हैं। उन्हें चार बार इन्हीं लोगों ने संसद में भेजा है। बाबा साहेब ने कहा था कि जो रिजर्व सीट से जाएगा वो रिजर्व की पैरवी करेगा।
आज बाबा साहेब का अपमान हो रहा है और वे बोल नहीं रहे हैं। गरीब आदमी उनसे क्या उम्मीद कर सकता है। मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अमित शाह को नफरत फैलाने की पॉवर ऑफ एटॉर्नी दे रखी है। अडानी दो हजार करोड़ रुपए की गड़बड़ी कर चुका है लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं।
स्वाभिमान की लड़ाई
ये हमारे लिए स्वाभिमान की लड़ाई है। एक गरीब ने देश का संविधान बनाया। आज गृह मंत्री उनका अपमान कर रहे हैं कि क्या आप अंबेडकर-अंबेडकर कर रहे हो। साफ है कि ये नफरत फैला रहे हैं। पहले हिन्दू मुसलमान की नफरत फैलाई और अब डॉ. भीमराव का अपमान करके ये दलितों को सीधा चैलेंज दे रहे हैं। किसान को चैलेंज दे रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों को चैलेंज दे रहे हैं। इसलिए कांग्रेस का विरोध अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर है। वो माफी मांगे। राहुल गांधी पर जो मुकदमें किए हैं, वो वापस लें। जब तक मुकदमें वापस नहीं लेंगे, तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा।