जयपुर। कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर में गुरुवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) ईकाईयों द्वारा देश का प्रकृति परीक्षण अभियान का आयोजन किया गया। यह आयोजन आयुष मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के सहयोग से किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और समाज में प्राकृतिक चिकित्सा और भारतीय चिकित्सा पद्धति के महत्व को बढ़ावा देना था। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जागरूक करना भी इस आयोजन का प्रमुख लक्ष्य था।
कार्यक्रम मे विशेषज्ञ डॉ. पुनीत चतुर्वेदी, सहायक प्रोफेसर, एनआईए, और डॉ. पूनम चौधरी, सहायक प्रोफेसर, एनआईए, जयपुर ने प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों और आयुर्वेदिक उपचार पद्धतियों पर व्याख्यान दिया। इसमें जड़ी-बूटियों और घरेलू उपचार के लाभों को विस्तार से बताया गया और प्राकृतिक तरीकों से स्वास्थ्य सुधार के सुझाव दिए गए।
कार्यक्रम में प्राध्यापिकाओं और छात्राओं ने स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय चिकित्सा पद्धति और प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग करके हम न केवल स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं और इन पद्धतियों को अपने जीवन में अपनाने और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आंचल पुरी विजयलक्ष्मी गुप्ता, डॉ. रेणु शक्तावत, महिमा रामचंदानी एवं चारूल शर्मा की इस आयोजन में सक्रिय भूमिका रही।