जयपुर। जयपुर-अजमेर हाईवे पर पिछले दिनों हुई आगजनी की घटना के बाद उसकी जांच के लिए जयपुर कलेक्टर की बनाई 6 सदस्य कमेटी आज घटनास्थल का जायजा लेने पहुंची। कमेटी ने घटनास्थल पर सभी पहलुओं को देखा और वहां तकनीकी एक्सपर्ट्स से चर्चा के बाद यूटर्न वाली जगह पर रोड की चौड़ाई को बढ़ाने का सुझाव दिया। साथ ही कमेटी ने इसके लिए जमीन भी तलाशने की बात कही। 24 घंटे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती करने और मौके पर हाईमास्क लाइटें लगाने के निर्देश दिए।
वर्तमान में इस यूटर्न के पास एनएचएआई ने पहले से 8-लेन की सड़क बना रखी है। इसमें से 6 लेन का मुख्य हाईवे है, जबकि दोनों तरफ एक-एक लेन का 50 से 70 मीटर तक का टुकड़ा अलग है।
कमेटी में क्षेत्रिय परिवहन अधिकारी (प्रथम) राजेंद्र शेखावत, एडीएम आशीष कुमार, NHAI प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता और जयपुर सीएमएचओ (द्वितीय) हंसराज भदालिया मौजूद रहे। कमेटी ने घटनास्थल वाले पॉइंट से लेकर दक्षिणी रिंग रोड और बगरू टोल प्लाजा तक का मौका निरीक्षण भी किया।
उन्होंने घटनास्थल वाले पॉइंट पर किस तरीके से अजमेर से आने वाले वाहन यू टर्न लेते हुए रिंग रोड पर जाते हैं उसे देखा। साथ ही क्लोवर लीफ का काम पूरा नहीं होने तक इस पोइंट पर ऐसा क्या किया जाए, जिससे इस तरह की दुर्घटना को रोका जा सके। उस पर गहनता से चर्चा की।
कमेटी ने इस दौरान मौके पर ही घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी रिकॉर्ड किए। इसके अलावा क्लोवर लीफ बनने तक इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जाए इसके लिए यूटर्न वाले हिस्से में सड़क की चौड़ाई को और बढ़ाने के लिए कहा। इसके लिए वहां जमीन तलाशने पर भी चर्चा की।
हाइमास्क लाइट लगाने के निर्देश
कमेटी ने हाईवे पर मेडिकल एम्बुलेंस की व्यवस्था, टैंकरों पर कलर कोड होने, ताकि रात में ये दिखाई दे सके। ज्वलनशील पदार्थ वाले टैंकरों के नोजल बॉक्स और मजूबत हो। इस पर भी चर्चा की। इसके साथ ही घटना स्थल वाले पॉइंट पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती 24 घंटे करने और मौके पर हाईमास्क लाइटें लगाने के निर्देश दिए। ताकि रात में भी हाईवे पर दूर से आ रहे वाहन चालक को आसानी से ये पोइंट दिख सके।
इसके बाद आखिरी में टीम ने टोल प्लाजा पर पहुंचकर वहां से गुजरने वाले वाहनों की संख्या के बारे में भी पड़ताल की। वहीं ,कमेटी ने एनएचएआई अधिकारियों से क्लोवर लीफ का काम जल्द से जल्द पूरा करने की भी बात कही।