जयपुर। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (2024) में करीब 20 लाख परीक्षार्थी शामिल हो सकते हैं। एग्जाम में किसी भी गडबड़ी को रोकने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। शिक्षा सचिव कृष्ण कुनाल के अनुसार ब्लैकलिस्टेड कर्मचारियों को बैन किया गया है। वहीं, सभी जिलों के निर्देश दिए गए है कि 5 जनवरी तक परीक्षा केंद्रों को निर्धारण कर लिया जाए।
उन्होंने कहा- परीक्षा केंद्रों में भी सरकारी स्कूल और सरकारी कॉलेजों को प्राथमिकता दी जाए। इसके साथ ही रीट परीक्षा के लिए सभी जिलों में फील्ड सुपरवाइजर, वीक्षक, जोनल अधिकारी नियुक्त करने के आदेश दिए। रीट एग्जाम की तैयारियों को लिए जयपुर के शिक्षा संकुल में सोमवार को मीटिंग हुई। यह एग्जाम 27 फरवरी 2025 को होगी।
जिला कलेक्टर-एसपी होंगे इंचार्ज
शिक्षा सचिव ने बताया- पेपर लीक और डमी कैंडिडेट जैसी घटनाओं को रोकने के लिए रीट परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक अटेंडेस को अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही हर एग्जाम सेंटर पर दो पुरुष और दो महिला पुलिस कर्मचारियों तैनात किए जाएंगे। ताकि पुरुष और महिला अलग – अलग परीक्षार्थियों की अच्छे से जांच की जा सके।
उन्होंने बताया- परीक्षा के प्रश्न पत्र जिला ट्रेजरी में रखा जाएगा। इसके लिए सीनियर आरएएस को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। वहीं, परीक्षा पत्र की सुरक्षा के लिए जिला कलेक्टर और एसपी को इंचार्ज बनाया गया है। रीट परीक्षा से जुड़ी सभी गतिविधियों की मिनट-टू-मिनट वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी करवाई जाएगी। सीसीटीवी कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
परीक्षा केंद्रों का सिलेक्शन करने में सतर्कता
उन्होंने बताया- ब्लैक लिस्टेड कर्मचारियों की नियुक्ति परीक्षा केंद्रों पर नहीं की जाएगी। इसके साथ ही पिछले सालों में जिन भी परीक्षा केंद्रों पर नकल या धांधली जैसी घटनाएं सामने आई हैं। उन सभी ब्लैक लिस्टेड परीक्षा केंद्रों को भी रीट परीक्षा से बाहर रखा गया है। परीक्षा केंद्रों पर निर्धारित समय से एक घंटा पहले पहुंचना जरूरी होगा।
वहीं, मोबाइल, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की परीक्षा केंद्र में एंट्री पर बैन रहेगी। कृष्ण कुणाल ने इन सभी आदेशों को जिला स्तर पर 5 जनवरी तक शिक्षा सचिव ने सभी अधिकारियों को डे-टू-डे का प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। वहीं, प्रदेश में जिलों के गठन को लेकर हुए बदलाव के बाद अब अलग से नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
क्या है रीट
रीट राजस्थान में सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए आवश्यक पात्रता परीक्षा है। यह परीक्षा अजमेर के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के जरिए आयोजित की जाती रही है। रीट पास करने वाले उम्मीदवारों को राजस्थान शिक्षक पात्रता सर्टिफिकेट दिया जाता है। यह सर्टिफिकेट पहले 3 साल के लिए मान्य होता था, लेकिन 2022 की परीक्षा से इसे आजीवन कर दिया गया।