दौसा। जिला मुख्यालय के पास भांकरी गांव और भांकरी रोड पर पिछले लंबे समय से लेपर्ड के मूवमेंट से लोगों में भय का माहौल था। जिसके बाद वन विभाग के वहां पिंजरा लगाया, जिसमें बीती रात लेपर्ड कैद हो गया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। जिसे मेडिकल जांच के बाद सरिस्का अभ्यारण में छोड़ा गया।
दरअसल, गांव में लेपर्ड के मूवमेंट का पता चलने के बाद से ही लोग डरे हुए थे। जिसके चलते ग्रामीण रात के समय घरों में दुबके रहते थे, वहीं जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकलने में भी कतराते थे और बेहद जरूरी होने पर समूह के रूप में ही बाहर निकला करते थे। लेकिन अब लेपर्ड के पिंजरे में कैद होने से लोगों में व्याप्त दहशत समाप्त हो गई।
वन विभाग के फॉरेस्टर राहुल शर्मा ने बताया पिछले कई दिनों से लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया हुआ था। बीती रात वह पिंजरे में कैद हो गया। लेपर्ड की मेडिकल जांच के बाद सरिस्का के जंगल में छोड़ा जाएगा। बताया जा रहा है लेपर्ड ने आबादी में मूवमेंट के दौरान कई पालतू पशुओं का शिकार भी किया था।