जालोर। वन विभाग की टीम ने साफा हाउस से संदिग्ध शेर के नाखून, गैंडे की चमड़ी और हाथी दांत का ब्रेसलेट जब्त किया है। टीम को इंस्टाग्राम के जरिए वन्य जीवों के अवशेषों की तस्करी की सूचना मिली थी। इसके बाद बोगस ग्राहक बनकर वन्य जीवों के अवशेष बेच रहे शोरूम मालिकों पर कार्रवाई की है। मामला सायला उपखंड क्षेत्र के सियावट कस्बे सायला थाना इलाके का बुधवार रात 10 बजे का है। वन विभाग ने इन नाखूनों को लैब में जांच के लिए भेजा है।
सोशल मीडिया पर बेच रहे थे
मामले की जानकारी देते हुए DFO ने देवेन्द्रसिंह भाटी ने बताया- मामले में लक्ष्मी फैशन एंड साफा हाउस के ऑनर नरेन्द्रसिंह, मारवाड़ी साफा हाउस के हस्ताराम से पूछताछ की है। इनसे अवशेष जब्त कर फोरेंसिक लैब में भेज दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी, फिलहाल किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
भाटी ने बताया कि आरोपी नरेंद्र सिंह और हस्ताराम से पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे लोग ये सामान बालाजी मोबाइल एंड रिपेरिंग पॉइंट जालम सिंह राव निवासी धुमबड़िया से खरीद कर लाए थे। इसके बाद वन-विभाग ने जालम सिंह से भी पूछताछ की है। DFO ने बताया कि अब मामले में पकड़े गए आरोपियों की वॉट्सऐप चैट खंगाली जा रही है।
DFO ने बताया- मंगलवार को सूचना मिली थी कि इंस्टाग्राम आईडी के जरिए शेर के नाखून बेचे जा रहे हैं। बेचने वाले ने अपनी लोकेशन जालोर के सियावट कस्बे में बताई थी। जूनागढ़ (गुजरात) के मुख्य वन संरक्षक रमेश कुमार ने यह सूचना संभागीय मुख्य वन संरक्षक जोधपुर आरके जैन को दी। उन्होंने जालोर की टीम को निर्देश दिया।
साफा हाउस की आड़ में वन्य-जीवों के अवशेषों की तस्करी
भाटी ने बताया कि इसके बाद एक सीक्रेट ऑपरेशन चलाया गया। इसमें इंस्टाग्राम की फेक आईडी बनाकर संपर्क किया तो आरोपियों ने लोकेशन शेयर की। इसपर क्षेत्रीय वन संरक्षक भागीरथ सिंह और टीम के साथ बोगस ग्राहक बनकर पहुंचे।
भाटी ने बताया- यहां सियावट स्थित लक्ष्मी फैशन एंड साफा हाउस के ऑनर नरेन्द्र सिंह पुत्र छैलसिंह रावणा राजपूत निवासी सुराणा और जीवाणा स्थित मारवाड़ी साफा हाउस के हस्ताराम पुत्र भबूताराम कलबी निवासी आलवाड़ा की दुकान से 11 बब्बर शेर के नाखून, दो गैंडे की चमड़ी निर्मित कड़े, एक हाथी दांत का ब्रेसलेट बरामद किया। इन सभी अवशेषों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।