सीकर। जिले में नवजात (बच्ची) का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सुबह टहलने गए बच्चों ने कुत्तों को उसे नोचते देखा तो भगाया और परिजनों को सूचना दी। पुलिस के आने तक झुंड में जमा हुए कुत्तों से शव को सुरक्षित रखने के लिए स्थानीय लोगों के चारों तरफ घेरा बनाकर रखना पड़ा। कुत्ते नवजात का एक हाथ एक पैर और सिर का कुछ हिस्सा खा गए थे। बच्ची को 2 फीट के गड्ढे में गाड़ा हुआ था। मामला सीकर के कोतवाली थाना इलाके के नानी बीहड़ इलाके का सोमवार सुबह 7:30 बजे का है। कोतवाली पुलिस थाने के ASI सोहनलाल ने बताया- प्रथम दृष्टया यह शव बच्ची का लग रहा है, जिसे कुत्ते नोच रहे थे। फिलहाल शव को एसके हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। मुकदमा दर्ज करके जांच की जाएगी।
बच्चों ने देखा शव को नोच रहे थे कुत्ते
वार्ड नंबर 18 के पार्षद प्रतिनिधि रवि सैनी ने बताया- आज सुबह गवारिया बस्ती के बच्चे बीहड़ की तरफ आए थे। जहां उन्होंने देखा कि कुत्तों का एक झुंड नवजात बच्ची के शव को नोच रहा है। ऐसे में उन बच्चों ने कुत्तों को वहां से भगाया और अपने परिजनों को सूचना दी।
एक हाथ- एक पैर खा गया
सैनी ने बताया- इसके बाद पार्षद सहित बस्ती के लोग बीहड़ में पहुंचे। जहां उन्होंने देखा कि नवजात का एक पैर-एक हाथ तो कुत्तों ने नोचकर अलग कर दिया। जबकि सिर का भी थोड़ा हिस्सा नोच दिया। जहां शव पड़ा मिला उसके नजदीक ही एक गड्ढा खोदा हुआ था। संभवतया बच्ची को यहां गाड़ा गया है।
शव को घेर कर कुत्तों से बचाया
स्थानीय निवासी मोनू ने बताया कि उन्होंने बीती शाम को जब इधर आकर देखा तो उन्हें जमीन से निकलता पैर का कुछ हिस्सा भी नजर आ रहा था। लेकिन, शाम होने के चलते उन्होंने इस बारे में ध्यान नहीं दिया। मोनू ने बताया कि जब बच्ची के शव होने की सूचना मिली तो स्थानीय लोग यहां पहुंचे और शव को कुत्तों से बचाने की कोशिश की। बार-बार कुत्ते शव के पास आने के लिए भोंक रहे थे। ऐसे में दीपक, गणेश, प्रदीप, समुद्र, विक्की, अजय और रवि सहित गवारिया बस्ती के लोगों ने घेरा बनाकर शव को सुरक्षित किया।
15 से 20 दिन के भीतर हुआ जन्म
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची पूरी तरह से मैच्योर है। बच्ची का जन्म 15 से 20 दिन के भीतर हुआ है। हालांकि, इसे कब जमीन में गाड़ा गया, पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।