बूंदी। जिले में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है। गुरुवार को जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक में फसली और पशुपालन ऋणों के वित्तीय मापदंडों में बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया।
बैठक में किसान क्रेडिट कार्ड, बागवानी, पशुपालन, मत्स्यपालन और मधुमक्खी पालन सहित विभिन्न कृषि गतिविधियों के लिए नए वित्तीय मापदंडों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिला कलेक्टर ने कहा कि इससे किसानों को समय पर पर्याप्त ऋण मिल सकेगा, जिससे कृषि उत्पादकता और आय में वृद्धि होगी।
महत्वपूर्ण निर्णयों में गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण लेने वाले सभी लाभार्थियों का मंगला पशु बीमा योजना में पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इस योजना में आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2024 निर्धारित की गई है। साथ ही, किसानों को मधुपालन के लिए प्रोत्साहित करने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र, पशुपालन विभाग, मत्स्यपालन विभाग, नाबार्ड और बैंक प्रतिनिधियों के साथ प्रगतिशील किसानों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान डीडीएम नाबार्ड राजकुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. हरीश वर्मा, सहकारी निरीक्षक मोहनलाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।