टोंक। जिले में फर्जी आधार, पैन, राशन कार्ड, वोटर आईडी, जन्म प्रमाण-पत्र समेत अन्य फर्जी दस्तावेज बनाने वाले आरोपी को दूनी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी युवक को सोमवार को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से लैपटॉप, आईफोन बरामद किया है। आरोपी 2022 से इस तरह के फर्जी दस्तावेज बनाता था। यह फर्जी दस्तावेज बनाने का जाल आरोपी का पूरे देश में फैला हुआ था।
आरोपी एक साल पहले तक गांव में ही ई-मित्र संचालक था। सालभर से यह राइजन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल देवली में मैनेजर का काम कर रहा था। वही स्कूल का लैपटॉप, प्रिंटर आदि सामान काम लेकर फर्जी तरीके का काम करता था। इसे पुलिस ने रविवार देर शाम को शिकायत आने पर डिटेन किया था। पूछताछ करने के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके खिलाफ दिल्ली के आधार वालों ने फर्जी दस्तावेज बनाने का मामला दर्ज कराया है।
फर्जी तरीके से बनाता था पैन कार्ड-आरसी
दूनी थाना प्रभारी हेमंत जनागल ने बताया कि कुछ दिन पहले पता चला कि थाना क्षेत्र के राजमहल निवासी नीरज मीणा फर्जी तरीके से पैन कार्ड-आरसी बनाता है। बिना ओटीपी के ही आधार कार्ड में अपडेट करता था। यह काम यह ऑनलाइन करता था। इसका इनपुट आधार मुख्यालय दिल्ली से चला। उसके बाद एसपी विकास सांगवान ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने साइबर सेल को इस मामले की जांच के आदेश दिए। पुलिस ने आरोपी नीरज मीणा को रविवार को डिटेन कर पूछताछ की। इसी दौरान दिल्ली से आये आधार प्रतिनिधि ने देर रात को आरोपी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। उसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी से और पूछताछ की। आरोपी ने पूछताछ में उसने अपना जुर्म करना कबूल कर लिया। आरोपी के इस फ्रॉड के कार्य में एक अन्य राज्य का एक युवक और था।
हजारों दस्तावेज फर्जी तरीके से बनाए
आरोपी द्वारा अब तक 5639 आरसी, 1273 ड्राइविंग लाईसेंस, 167 राशन कार्ड, 8 आधार से राशन, 6891 पेन कार्ड, 4645 जन्म प्रमाण पत्र, 12625 आधार कार्ड मेनुअल, 4376 आधार प्रिन्ट, 6583 आधार डेटाफेच, 1635 वोटर मोबाइल लिंक, 1233 वोटर आईडी कार्ड एवं 3354 आधार डेटा अपडेट कर लगभग 16 लाख रुपये का अनाधिकृत रूप से रिकार्ड डाउनलोड करना, प्रिंट निकालना, दस्तावेजों में फर्जी तरीके से संशोधन करने का काम किया है।