जयपुर। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की आज से शुरुआत होने जा रही है। करीब 40 दिन चलने वाले इस सत्र में बजट फरवरी के दूसरे सप्ताह में पेश हो सकता है।
सत्र की शुरुआत से पहले गुरुवार को कांग्रेस और भाजपा के विधायक दल की मीटिंग हुई। इन मीटिंग से बड़े नामों की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही। भाजपा विधायक दल की बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और मंत्री किरोड़ीलाल नहीं पहुंचे।
किरोड़ीलाल मीणा मंत्रिपरिषद की मीटिंग में भी नहीं गए। वहीं, कांग्रेस की बैठक में पूर्व सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट नहीं पहुंचे।
वसुंधरा महाकुंभ में गई हैं और त्रिवेणी संगम घाट पर परिवार संग पूजा-अर्चना करके डुबकी लगाईं। पायलट दिल्ली चुनाव में प्रचार कर रहे हैं, जबकि गहलोत मुंबई दौरे पर हैं। नए सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन भी शुक्रवार को खत्म हो सकता है।
सीएम बोले- विपक्ष व्यवधान पैदा करता है तो उसे तरीके से जवाब देना है
सीएमआर में सीएम भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा ने विधायकों से कहा- हमें सदन में सकारात्मक भाव रखना है। अगर विपक्ष व्यवधान पैदा करता है तो उसे तरीके से जवाब भी देना है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकाल के अंतिम तीन सालों और हमारे एक साल के कार्यकाल का आकलन कर लें। हम रोजगार और विकास में आगे ही रहेंगे।
सीएम ने विधायकों को नसीहत देते हुए कहा- आप अपने कार्यकर्ता का सम्मान करें। आपका कार्यकर्ता ही आपका वकील है, जो आपका पक्ष रखता है।
ईआरसीपी-पीकेसी परियोजना का नाम राम जल सेतु करने पर विपक्ष के सवालों पर पलटवार करते हुए सीएम ने कहा- यह नाम हमने नहीं रखा। ये तो अपने आप ईश्वर ने किया हैं। राजस्थान का ‘रा’ और मध्यप्रदेश का ‘म’ से राम जल सेतु बना है।
मंत्रिपरिषद की बैठक में नहीं पहुंचे किरोड़ीलाल मीणा
इससे पहले सीएम भजनलाल शर्मा ने मंत्रिपरिषद की बैठक ली। बैठक में सीएम ने सदन में मंत्रियों को तैयारी के साथ जवाब देने के निर्देश दिए। बैठक में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा नहीं पहुंचे।
किरोड़ी सवाईमाधोपुर के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने नगर परिषद में जनसुनवाई की। किरोड़ी ने सदन से भी अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी है।
संभवत: इसी के चलते वे मंत्रिपरिषद की बैठक में नहीं पहुंचे। किरोड़ी का बैठक में नहीं पहुंचना सियासी चर्चा का विषय बन गया।
विधायकों की जिम्मेदारी तय की जाएगी
विपक्ष जिले खत्म करने, महात्मा गांधी स्कूलों को बंद करने, पंचायत चुनावों को स्थगित करने, बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है।
ऐसे में विपक्ष के इन सवालों का मजबूती और आंकड़ों के साथ जवाब देने के लिए विधायकों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
बैठक में विधायकों को सत्र के संबंध में ई-प्रेजेंटेशन भी दिया गया
सरकार का फोकस है कि सत्र के दौरान सदन से आमजन के बीच सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी जाए। इससे विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे मुद्दे गौण हो सके।
विधायक दल की बैठक से पहले सीएम भजनलाल शर्मा की ओर से विधायकों को लंच भी दिया गया। विधायकों को सत्र के संबंध में ई-प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में गहलोत, पायलट नहीं पहुंचे
विधानसभा में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पूर्व सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट नहीं पहुंचे। पायलट दिल्ली चुनाव में प्रचार कर रहे हैं, जबकि गहलोत मुंबई दौरे पर हैं। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष हंगामा नहीं करेगा।
विधायक दल की बैठक में सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की रणनीति बनी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सदन के अंदर तैयारी के साथ आना है।
कांग्रेस इस बजट सत्र के दौरान ERCP-PKC, पेंशन, बेरोजगारी भत्ते और अंग्रेजी स्कूलों के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी। मध्य प्रदेश के साथ हुए एमओयू को सार्वजनिक करने की मांग को प्रमुखता से उठाया जाएगा और इस मुद्दे पर गतिरोध भी बन सकता है।
मुकेश भाकर का सस्पेंशन खत्म करने पर सहमति
कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन खत्म करने पर सहमति बन गई है। भाकर को विधानसभा परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। भाकर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल हुए थे।
भाकर ने विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी से भी मुलाकात की थी। शुक्रवार को भाकर के निलंबन बहाली का प्रस्ताव रखा जा सकता है।