राजसमंद। जिले में ग्राम पंचायत उपली ओडन सहित 9 राजस्व गांवों को नाथद्वारा नगर पालिका में शामिल करने की राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने अधिसूचना जारी की। अधिसूचना जारी होने के साथ ही गांवों में विरोध के स्वर तेजी से उठने लग गए। ग्रामीणों ने राज्य सरकार के प्रति रोष जताते हुए अधिसूचना जल्द रद्द करने की मांग की। अधिसूचना रद्द नहीं करने पर ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।
विधायक को सौंपा ज्ञापन
उपली ओडन के ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ से मुलाकात की और ज्ञापन देकर अधिसूचना को रद्द करवाने की मांग की। ग्रामीणों ने विधायक से नाथद्वारा नगरपालिका में उपली ओडन गांव शामिल नहीं करने की मांग की। जिस पर विधायक ने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि उपली ओडन में वो वर्षों से निवास कर रहे है। जहां उनकी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति हो रही, जिसमें पानी, सड़क, बिजली, सफाई सहित मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति ग्राम पंचायत से हो रही है। जिससे सभी ग्रामीण संतुष्ट है।
नाथद्वारा से 4 किमी दूर है उपली ओडन
ग्राम पंचायत उपली ओडन नगरपालिका नाथद्वारा से 4 किमी दूर है। ग्राम पंचायत में खनन क्षेत्र होने के कारण गांव की अधिकतर आबादी खान में मजदूरी करती है और गांव का क्षेत्रफल निचली ओडन, बरवासिया तक फैला हुआ है, जिसकी नगरपालिका से दूरी करीब 12 किमी दूर होकर गांववासियों का किसी भी कार्य के लिए नगरपालिका में जाने के लिए ऑटो का किराया करीब 150 रूपए तक आएगा, जिसका वहन गरीब ग्रामीण वर्ग करने में असक्षम है। गांव की आबादी पशुपालन पर निर्भर है। जिसमें पशुओं को घास चरने के लिए चारागाह जमीन उपलब्ध है। वहीं नगरपालिका क्षेत्र में पशुओं को बाहर छोड़ने की मनाई है।
स्वायत्त शासन विभाग द्वारा 28 जनवरी को देलवाड़ा और खमनोर पंचायत समिति के राजस्व गांव उपली ओडन, निचली ओडन, गोपा कुआ, गुंजोल, कुंचोली, जोशियों की मादड़ी, मोडवा, राबचा और डिंगेला का संपूर्ण सीमा क्षेत्र नाथद्वारा नगरपालिका में शामिल करने की अधिसूचना जारी की गई। इन 9 राजस्व गांव की जनसंख्या साल 2011 अनुसार 15 हजार 307 है।