उदयपुर। फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) फिक्की और उदयपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (UCCI) की ओर से व्यवसाय में मानव संसाधन और कौशल विकास नवाचार के नवें संस्करण का राष्ट्रीय सम्मेलन उदयपुर में हुआ। यूसीसीआई सभागार में हुए सम्मेलन में “भविष्य-उन्मुख संगठन: नवाचार और लचीलेपन की संस्कृति का निर्माण”, व्यवसायों के लिए गतिशील और अनुकूली कार्य वातावरण को अपनाने की तत्काल आवश्यकता को दर्शाता है। वक्ताओं ने कहा कि जैसे-जैसे संगठन उभरती चुनौतियों का सामना करते हैं, नवाचार और लचीलेपन की संस्कृति को बढ़ावा देना दीर्घकालिक सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। सम्मेलन इस विषय पर गहनता से चर्चा की गई और एक्सपर्ट ने व्यवसायों को न केवल जीवित रहने बल्कि लगातार बदलते परिदृश्य में फलने-फूलने के लिए सशक्त बनाने के लिए भी अपनी बात रखी।
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि आज के युग में किसी अर्थव्यवस्था के लिए मानव संसाधन का विकसित होना और उसके कौशल में लगातार विकास होना बड़ी बात है। इस वर्कशॉप से सबकी राय से कई सुझाव सामने आए है उसका फायदा इंडस्ट्रीज को मिलेगा। नीति निर्धारण सरकार के स्तर पर होता है और फीडबैक के आधार पर होता है। सरकार और यूसीसीआई के बीच जिला प्रशासन एक कड़ी के रूप में काम करता आया है और करता रहेगा।
फिक्की राजस्थान एचआर सब कमेटी के चेयरमैन उदित कुमार ने कहा कि कौशल हमारे लिए बहुत महत्वूपर्ण विषय है। हमारी होंडा में जो फैक्ट्री लगाई वहां हमने ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित किया जहां हमने 16 हजार लोगों को ट्रेनिंग दे चुके है। वहां पर हम सरकारी गल्र्स कॉलेज बना रहे है जिसमें हम सामान्य डिप्लोमा और डिग्री भी लेकर आएंगे। पैनल डिस्कशन में कई कई प्रकार के फीडबैक आए जो कौशल विकास को लेकर बहुत उपयोगी साबित होंगे। उदित कुमार ने कहा कि हमने राज्य सरकार को भी सलाह या सुझाव दिए है उस पर सरकार ने फोकस किया है चाहे वह पॉलिसी से जुड़ी बात हो।
अलग-अलग सत्रों में हुई चर्चा
फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के डायरेक्टर अतुल शर्मा, आईसीएफएआई यूनिवरर्सिटी जयपुर के प्रो. एचपी सिंह, उदयपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एम.एल. लुणावत ने उदघाटन सत्र में अपनी बात रखी। पैनल डिस्कशन में लीडरशिप डवलपमेंट, वेलनेस एंड मेंटन हेल्थ,कार्यस्थल में विविधता और समावेशन, परिवर्तन प्रबंधन और अनुकूलनशीलता आदि विषयों पर चर्चा हुई।