चित्तौड़गढ़। भाजपा ने आखिरकार चित्तौड़गढ़ जिला अध्यक्ष के रूप में रतनलाल गाडरी को चुन लिया है। रतनलाल गाडरी को तीसरी बार जिला अध्यक्ष बनने का मौका मिला है। इससे पहले जिला भाजपा कार्यालय में सुबह से लंबी बैठक हुई। इस बैठक में मंत्री जोगाराम कुमावत भी शामिल हुए थे। मीटिंग के बाद जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा हुई। इस मौके पर नवनियुक्त जिला अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के हित में जो भी करने का मौका मिलेगा मैं वह करूंगा। इसके लिए उन्होंने पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया।
संघ कार्यकर्ता के बाद सरपंच पद से की शुरुआत
47 साल के रतनलाल गाडरी पर भारतीय जनता पार्टी ने फिर से एक बार भरोसा जताया है। रतनलाल गाडरी संघ के कार्यकर्ता है। इसके अलावा उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत सरपंच पद से की थी। साल 2009 में उन्होंने भदेसर तहसील के धीरजी का खेड़ा ग्राम पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ा और जीते। 2014 तक वे सरपंच रहे। इसी बीच साल 2011 से 2014 तक वे भाजपा जिला महामंत्री रहे। उसे दौरान बीजेपी के जिला अध्यक्ष वर्तमान सांसद सीपी जोशी थे। साल 2014 में ही उन्हें पहली बार भाजपा जिला अध्यक्ष बनाया गया। वे 2016 तक जिलाध्यक्ष के पद पर थे। इसके बाद उन्हें साल 2018 से 2020 तक दूसरी बार बीजेपी जिलाध्यक्ष बनने का मौका मिला। इस साल वे तीसरी बार जिलाध्यक्ष बने।
10 आवेदन आए थे
रतनलाल गाडरी पिछले 5 सालों से लगातार ओबीसी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री के पद पर है। वह गाडरी समाज के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में भीलवाड़ा से संगठन प्रभारी भी है। उनका जन्म भदेसर तहसील के बेगमनिया गांव में हुआ था। जिला अध्यक्ष पद के लिए 10 आवेदन आए थे जिसमें रतनलाल गाडरी, मिट्ठू लाल जाट, प्रदीप लड्ढा, सोहन आंजना, श्रवण सिंह राव, रघु शर्मा, देवी सिंह राणावत, नितिन चतुर्वेदी, शंकर लाल गुर्जर और सागर सोनी शामिल थे। काफी लंबे समय से जिला अध्यक्ष के नाम पर पांचों विधायकों की सहमति नहीं बन पा रही थी। कई दिनों से इस पर चर्चा भी हो रही थी। न्यू वर्तमान जिला अध्यक्ष मिट्ठू लाल जाट का कार्यकाल भी पूरा नहीं हुआ। इसीलिए यह कयास भी लगाया जा रहा था कि उन्हें को रिपीट किया जाएगा। लेकिन पिछले दिनों हुए कई मीटिंग के बाद पांचों विधायकों का रतनलाल गाडरी के नाम पर सहमति बनी। इसके बाद उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया गया।
निर्दलीय विधायक बोले – पार्टी का आदेश था, सहमति से बनाया गया जिलाध्यक्ष
सोमवार सुबह से ही जिला भाजपा कार्यालय में लंबी मीटिंग चल रही थी। मीटिंग के बाद नाम की घोषणा की गई। इस दौरान मंत्री जोगाराम कुमावत और निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या भी मौजूद रहे। विधायक आक्या ने कहा कि रतनलाल गाडरी मेरे छोटे भाई जैसे हैं। पार्टी का आदेश था इसीलिए उसे मानना जरूरी है। कल जिला प्रमुख का भी चुनाव अच्छे से हुआ। रतनलाल गाडरी पहले भी दो बार जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। उस समय भी उन्होंने सबको साथ लेकर काम किया था। आगे भी वो सबको साथ लेकर ही काम करेंगे। संगठन के हित के लिए ही काम करेंगे। विधायक ने कहा कि मैं निर्दलीय विधायक हूं लेकिन बीजेपी पार्टी को अपना समर्थन दिया है। प्रदेश अध्यक्ष का आदेश था कि सर्व सहमति से जिला अध्यक्ष चुना जाए। हम पांचों विधायकों ने सहमति दी है।
पार्टी के हित के लिए करूंगा काम
नवनियुक्त जिलाध्यक्ष रतन लाल गाडरी ने कहा कि मैं हमेशा पार्टी के हित में काम किया है और आगे भी वही करता रहूंगा। पार्टी के पदाधिकारी या कार्यकर्ता जैसा बोलेंगे मैं वैसा ही करूंगा। पार्टी के अहित में जो भी होगा वैसा में कुछ भी नहीं होने दूंगा। सबके लिए एक समान सोच रख कर आगे काम करूंगा। गाडरी ने कहा निवर्तमान जिला अध्यक्ष मिट्ठू लाल जाट ने भी पार्टी के लिए इन डेढ़ साल में बहुत अच्छा काम किया है। कांग्रेस को क्लीन चिप कर दिया। सांवरा सेठ को साक्षी मानकर कहता हूं कि सबका ध्यान रखूंगा।