झालावाड़। जिले के एसआरजी अस्पताल में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक सरकारी कर्मचारी ने डॉक्टर की नकली सील और हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर आरजीएचएस काउंटर से दवाएं लेने का प्रयास किया। मामला तब सामने आया जब काउंटर पर मौजूद कर्मचारी को डॉक्टर के हस्ताक्षर संदिग्ध लगे। कर्मचारी ने तुरंत डॉक्टर पुनीत गुप्ता को इसकी जानकारी दी। डॉक्टर ने सोशल मीडिया पर टिकट की जांच की तो पाया कि उस पर किए गए हस्ताक्षर उनके नहीं थे।
मेडिसिन विभाग के कनिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. पुनीत गुप्ता ने बताया कि मोहर पर उनका नाम सही था, लेकिन रजिस्ट्रेशन नंबर गलत था। पर्चे में एंटी एलर्जी, एंटीबायोटिक, पेन किलर और एंटी इन्फ्लेमेटरी दवाएं लिखी गई थीं। बुधवार को सामने आए इस फर्जीवाड़े की शिकायत डॉक्टर ने कोतवाली पुलिस में दर्ज कराई है। शनिवार को पुलिस ने डॉक्टर के बयान दर्ज किए हैं। अस्पताल चौकी प्रभारी हेड कॉन्स्टेबल भीम सिंह मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि गहन जांच करने पर इस तरह के और मामले सामने आ सकते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि डॉक्टर की सहमति के बिना उनके नाम की सील कैसे बनाई गई।