चित्तौड़गढ़। जिले में सदर थाना क्षेत्र के ओछड़ी टोल नाके के करीब एक ट्रक की टक्कर से RTO का निजी गार्ड गंभीर घायल हो गया। मौके पर फ्लाइंग टीम और थोड़ी दूरी पर काम कर रहे टोलकर्मियों ने घायल को देखकर एम्बुलेंस की मदद से जिला हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही सदर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक का पीछा किया। पुलिस ने ट्रक एमपी के सरकाना घाटी में रुकवाया और ड्राइवर को डिटेन कर चित्तौड़गढ़ लाए, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। ट्रक ड्राइवर ने गाड़ी के नंबर प्लेट पर ग्रीस लगाकर और टेप चिपकाकर पहचान छुपाने की कोशिश की थी।
निंबाहेड़ा रोड, ओछड़ी टोल नाके के पास रात को RTO की फ्लाइंग टीम राजस्व वसूली का काम कर रही थी। वहां पर परिवहन निरीक्षक सुशील उपाध्याय भारी गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान निजी गार्डन जोधपुर निवासी जेतु सिंह (48) पुत्र सोहन सिंह ने जांच के लिए पंजाब से महाराष्ट्र की ओर जा रहे एक ट्रक को इशारा करके रोकने की कोशिश की। लेकिन ट्रक ड्राइवर नागौर निवासी जीवनलाल (50) पुत्र गंगाराम ने ट्रक को ना रोक कर उसकी स्पीड बढ़ा दी और निजी गार्ड को टक्कर मारता हुआ आगे बढ़ गया। ट्रक ड्राइवर ने निजी गार्ड के दोनों पैर कुचल दिए। इससे जेतु सिंह का पैर कट गया, जबकि दूसरा पैर पूरी तरह कुचल गया। इस हादसे से आसपास हड़कंप मच गया। फ्लाइंग टीम ने सदर पुलिस को इसकी सूचना दी। पास के टोलकर्मी भी मौके पर पहुंचे। साथ ही टोल एम्बुलेंस की मदद से गंभीरघायल को जिला हॉस्पिटल भेजा गया। वहां से देर रात को ही घायल को उदयपुर रेफर कर दिया गया।
एक्सीडेंट करने के बाद ट्रक ड्राइवर आराम से टोल पार करता हुआ नीमच की तरफ गया। मौके पर सदर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह, एएसआई मुरलीदास पहुंचे। थाना अधिकारी के निर्देश पर एक टीम को ट्रक के पीछे भेजा गया। टीम पीछे गई। इस दौरान ट्रक ड्राइवर जीवन लाल ने ट्रक के साइड में लिखो नंबर प्लेट को ग्रीस और टेप चिपका कर छुपाने की कोशिश की। इसके अलावा पीछे के नंबर प्लेट को मोड़कर अंदर की ओर कर दिया ताकि नंबर दिखे नहीं। पुलिस को आसपास के लोगों ने बताया था कि ट्रक पर वीर तेजाजी लिखा हुआ था। पीछा कर रही पुलिस की टीम को उसी के आधार पर ट्रक सकारना घाटी के पास मिला। पुलिस ने ट्रक एमपी के सरकाना घाटी में रुकवाया और ड्राइवर को डिटेन कर चित्तौड़गढ़ लाए, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने गाड़ी को रोककर चेक किया तो ये वही ट्रक था। जिस पर पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को डिटेन किया और चित्तौड़गढ़ लेकर आए। साथ ही ट्रक को भी अपने कब्जे में लिया। चित्तौड़ आने के बाद ट्रक ड्राइवर पुलिस कर्मियों से झगड़ने करने लगा। उसे पहले शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बाद में परिवहन निरीक्षक सुशील उपाध्याय ने सदर थाने में इस संबंध में एक रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। जिसके बाद पुलिस ट्रक ड्राइवर जीवनलाल से पूछताछ की बाद गिरफ्तार किया।