महिला एव बाल विकास विभाग, द्वारा मांडलगढ़ में पंचायत समिति सभागार में पोषण ओर स्वास्थ्य को लेकर
तीन दिवसीय कार्यशाला का संचालन किया जा रहा है। जिसमें लगभग 90 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है
भीलवाड़ा (मांडलगढ़)। जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ तथा सीएस ओ पार्टनर द्वारा संचालित जीरो डोज परियोजना के जिला समन्वयक इमदाद खान तथा खंड समन्वयक गोविंदसिंह ने प्रशिक्षण के दौरान आंगनबाडी कार्यकार्ताओ से जीरो डोज परियोजना, टीकाकरण क्या है. बच्चों और माताओं को टीकाकरण से लाभ तथा समाज में टीकाकरण को लेकर व्याप्त भ्रांतियों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि यदि किसी बच्चे के 1 साल तक पेंटा का टीका नहीं लगता हैं तो ऐसा बच्चा जीरो डोज की श्रेणी में आ जाता है। हमें बच्चों को जीरो डोज होने से बचाना है। इसलिए हमें यह ध्यान रखना है कि केंद्र पर ऐसे बच्चे जिनके 2 या 3 टीकाकरण सत्र छूट गए हैं को चिन्हित कर आवश्यक रूप से टीका लगवाए। इसके अतिरिक्त ट्रेनिंग में महिला पर्यवेक्षकों द्वारा सेम, मेम बच्चों की पहचान, देखभाल तथा उनके उपचार पर भी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। ट्रेनिंग के दौरान महिला पर्यवेक्षकों, ब्लॉक समन्वयक पीयूष NNM तथा अजय पारीक उपस्थित रहे।