सवाई माधोपुर। जिले में चौथ का बरवाड़ा CHC के बाहर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सड़क हादसे में घायल युवक की मौत के बाद लोगों ने लापरवाही का आरोप लगाकर यहां जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने 3 घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद ग्रामीणों और प्रशासन में सहमति बनने के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ। दरअसल, चौथ का बरवाड़ा में रजमाना मार्ग पर रविवार देर शाम बाइक एक्सीडेंट में एक युवक की मौत हो गई। जिसे लेकर ग्रामीणों ने चौथ का बरवाड़ा CHC पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि CHC में कार्यरत डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है।
ऐसे में रविवार शाम को हंगामे के बाद सोमवार सुबह से ही चौथ का बरवाड़ा CHC के मुख्यद्वार पर धरना देकर बैठ गए। साथ ही किसी भी डॉक्टर और नर्सिंग कर्मचारियों को अस्पताल में घुसने नहीं दिया गया। ग्रामीणों की मांग थी कि लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और मुआवजा दिया जाए। सुबह 9:15 बजे भीड़ अचानक बेकाबू होकर अस्पताल में घुसने लगी। जहां पुलिस कर्मियों के साथ धक्का मुक्की तक हो गई। पुलिस ने काफी मशक्कत के चलते लोगों को रोका। मामले में अधिकारियों के समझाने पर करीब 3 घंटे बाद प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच सहमति बनी।
इन मांगों पर बनी सहमति
- अस्पताल में दवाई और डॉक्टरों की कमी जल्द दूर कर दी जाएगी।
- मृतक के परिवार को सरकार की ओर से 5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- दोषी कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
- CHC में रात को डॉक्टर्स नहीं होने पर किया था हंगामा
यह था पूरा मामला
चौथ का बरवाड़ा में रविवार को शाम 7:30 बजे रजमाना मार्ग पर 2 बाइक आपस में टकरा गई थी। जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। जिनको पुलिस चौथ का बरवाड़ा CHC पर लेकर आई। ग्रामीणों ने बताया कि मौके पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। इस दौरान गंभीर घायल धनराज माली निवासी चैनपुरा को सवाई माधोपुर रेफर कर दिया। जहां से उसे जयपुर के लिए रेफर कर दिया गया। जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई। इसके बाद देर रात शव को चौथ का बरवाड़ा CHC की मॉर्च्युरी में लाया गया। इस पूरे मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि यदि समय पर डॉक्टर घायल को संभाल लेते तो युवक की जान बच सकती थी।