भरतपुर। हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भरतपुर के कोतवाली थाना इलाके में मोबाइल टावर पर चढ़ा व्यक्ति 34 घंटे बाद नीचे उतरा। पुलिस के अधिकारियों ने हरिचंद को आश्वाशन दिया कि उसके भतीजे के हत्या में शामिल बाकी के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा डीग सदर थाना पुलिस का कोई भी पुलिसकर्मी उन्हें वेवजह परेशान नहीं करेगा।
कोतवाली थाना अधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि हरिचंद कल दोपहर 1 बजे जिंदल हॉस्पिटल के पास लगे BSNL मोबाइल टावर पर चढ़ा था। जो आज सुबह करीब 10 बजकर 30 मिनट पर टावर से उतरा। उसकी मांग थी कि गांव के लोगों ने पुरानी रंजिश को लेकर उसके बेटे और परिवार के दो लोगों को गोली मारी थी। जिसमें से उसके 1 भतीजे की मौत हो गई थी। भतीजे के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने जल्द गिरफ़्तारी का आश्वाशन देकर हरिचंद को टावर से नीचे उतारा। हरिचंद सिंह निवासी खोहरी गांव थाना डीग सदर ने बताया की गांव के लोगों ने पुरानी रंजिश को लेकर उसके परिवार के तीन लोगों को गोली मार दी थी। घटना में उसके भतीजे की मौत हो गई। वहीं दो लोगों का अभी भी इलाज जारी है। 17 आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई थी। जिसमें से पुलिस ने सिर्फ 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब हरिचंद की मांग है बाकी बचे हुए आरोपियों की भी जल्द से जल्द गिरफ्तार की जाए। हरिचंद ने बताया कि उसके गांव के ओमप्रकाश से उसकी पुरानी रंजिश चली आ रही है। रंजिश 11 जनवरी से शुरू हुई। 11 जनवरी की रात ओमप्रकाश के परिजन गुड्डा, कल्लू, दिगंबर, अमर चंद, विनोद सहित करीब 15 लोग उसके घर शराब पीकर आये। घर में सिर्फ महिलाएं सो रही थी। ओमप्रकाश पक्ष ने हमारा घर के गेट खटखटाया। हमारे घर की महिलाएं जैसे ही बाहर आई तो, ओमप्रकश पक्ष के लोग हरिचंद के घर की महिलाओं से मारपीट करने लगे। इस दौरान हरिचंद अपने पशुओं के बाड़े में सो रहा था। उसने अपने घर की महिलाओं के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी तो, वह पशुओं के बाड़े भागकर अपने घर पहुंचा।
हरिचंद को देखकर ओमप्रकश के परिजन वहां से भाग गए। हरिचंद ने ओमप्रकाश पक्ष के कल्लू नाम के व्यक्ति को पकड़ लिया और उसकी जोरदार पिटाई कर दी। 12 जनवरी को ओमप्रकाश ने मारपीट का मामला डीग सदर थाने में दर्ज करवाया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए हरिचंद पक्ष के प्रदीप, गुलजार, मोहन को जेल भेज दिया। 5 फ़रवरी को प्रदीप, गुलजार और मोहन की जमानत हो गई। वह अपने घर आ रहे थे। इस दौरान उन्हें रास्ते में ओमप्रकश पक्ष ने घेर लिया और तीनों पर ताबतोड़ फायरिंग कर दी। घटना में प्रदीप के गोली लगी। गुलजार, मोहन अपनी जान बचाकर वहां से फरार हो गए। ओमप्रकाश पक्ष के लोग वहां से फायरिंग करने के बाद तुरंत हरिचंद के घर पहुंचे। ओमप्रकाश पक्ष के पूरन, अतर, सतवीर सहित कई लोगों हरिचंद के घर फायरिंग कर दी। गोलियों की आवाज सुन हरिचंद का भतीजा हरिओम और हरिओम का बेटा गौरव बाहर आया। ओमप्रकाश पक्ष के लोगों ने हरिओम और उसके बेटे गौरव को भी गोली मार दी। फायरिंग करने के बाद सभी लोग फरार हो गए। घटना के बाद तीनों लोगों को आरबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां हरिओम को मृत घोषित कर दिया गया। हरिचंद के परिजनों ने ओमप्रकाश पक्ष के 17 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। जिसमें से पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अब हरिचंद की मांग है कि बाकी बचे हुए आरोपियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हरिचंद सोमवार दोपहर 1 बजे से BSNL मोबाइल टावर पर चढ़ा हुआ है। पुलिस के अधिकारी लगातार हरिचंद से समझाइश कर रहे हैं।