कुलपति डॉ अरुण कुमार के प्रयासों से विश्वविद्यालय को पहली बार आईसीएआर से 5 वर्षीय ‘ए‘ ग्रेड मान्यता मिली
– ए ग्रेडिंग से विद्यार्थियों के लिए बढ़ेंगे रोजगार के अवसर, कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधानों को मिलेगी विशिष्ट पहचान
जोधपुर (चेतन चौहान)। कृषि विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली (आईसीएआर) की ओर से पहली बार ‘ए’ ग्रेड मान्यता मिली है। आईसीएआर ने विश्वविद्यालय को यह मान्यता पांच वर्ष, 29 मार्च 2024 से 28 मार्च 2029 तक की समयावधि के लिए प्रदान की है। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार की उपस्थिति में आईसीएआर की पीयर रिव्यू टीम ने 11-12 फरवरी 2025 को विश्वविद्यालय का दौरा किया था। समीक्षा टीम ने इस दौरान शैक्षणिक, अनुसंधान और प्रसार शिक्षा के लिए सभी सुविधाओं एवं उपलब्धियों का गहन निरीक्षण कर सत्यापन किया था, साथ ही विद्यार्थियों एवं किसानों से विस्तृत फीडबैक भी लिया था। विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक सदस्यों ने पहली बार पांच वर्षो के लिए इस प्रतिष्ठित उपलब्धि का श्रेय कुलपति डॉ अरुण कुमार के निरंतर मागदर्शन, दूरदर्शिता, सघन प्रयासों एवं दिशा-निर्देशन को दिया है।
कहते हैं विश्वविद्यालय के कुलपति
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि शैक्षणिक, शोध और प्रसार गतिविधियों को नई दिशा देने में विश्वविद्यालय के प्रशासन द्वारा निभाई गई भूमिका को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। ए ग्रेड मान्यता मिलने से विश्वविद्यालय देश के प्रतिष्ठत्तम कृषि शिक्षा संस्थानों में शुमार हो गया है। यह उपलब्धि कृषि विज्ञान के क्षितिज व उच्च कोटि के अनुसंधान को बढ़ाने में विशेष मददगार होगी। इस उपलब्धि से विश्वविद्यालय निश्चित ही नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा एवं राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर अलग पहचान बनाएगा। कुलपति डॉ कुमार ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। साथ ही इस सफलता को प्राप्त करने में सामंजस्य व समर्पण के साथ काम करने वाले विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों को बधाई दी।
‘ए‘ ग्रेड मान्यता से मिलते हैं ये फायदे
निदेशक, शिक्षा, डॉ प्रदीप पगारिया ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार की दूरदर्शिता व दिशा निर्देशन से विश्वविद्यालय ने पहली बार ‘ए’ ग्रेड मान्यता प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि आईसीएआर देश और विदेश के विद्वानों और छात्रों को केवल मान्यता प्राप्त संस्थानों में नामांकित करता है। यह ग्रेडिंग दुनिया भर से मेधावी छात्रों को इस विश्वविद्यालय की ओर आकर्षित करेगी। साथ ही ‘ए’ ग्रेड मान्यता से विश्वविद्यालय को आईसीएआर और अन्य वित्त पोषण एजेंसियों से अनुदान व अन्य तकनीकी सहायता भी प्राप्त हो सकेगी। आईसीएआर से मान्यता प्राप्त संस्थाओं से अध्ययन करने पर विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होते हैं। इस मान्यता से से संस्थान की प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी के साथ कृषि वैज्ञानिकों एवं शिक्षकों के अनुसंधान कार्यों को भी विशेष पहचान मिलती है।
विश्वविद्यालय को मिला 3.10/4.00 का स्कोर
आईसीएआर की ‘ए’ ग्रेडिंग में विश्वविद्यालय से संबद्ध कृषि महाविद्यालय, जोधपुर, कृषि महाविद्यालय, नागौर व कृषि महाविद्यालय, सुमेरपुर में संचालित बीएससी (ऑनर्स) एग्रीकल्चर प्रोग्राम, स्नातकोत्तर के विभिन्न प्रोग्राम सहित जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग, एग्रोनॉमी एवं वेजिटेबल साइंस में डॉक्टरेट प्रोग्राम शामिल हैं। इस ग्रेड के लिए विश्वविद्यालय को 3.10/4.00 का स्कोर प्रदान किया गया है।
यह सदस्य रहे थे शामिल
विश्वविद्यालय में आईसीएआर की ‘पीयर रिव्यू टीम’ की ओर से डॉ एन सी गौतम, पूर्व कुलपति, एमसीजीवीवी, चित्रकूट, डॉ अजय कुमार शाह, डीन, एग्रीकल्चर, बीएयू, साबोर, जी. करुणा सागर, डीन, एग्रीकल्चर, एएनजीआरएयू, गुंटुर, एवं डॉ दिनेश चंद, प्रधान वैज्ञानिक, शिक्षा विभाग, आईसीएआर ने मुख्य रूप से विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियां, संबद्ध महाविद्यालयों की कार्य प्रणाली, अनुसंधान प्रक्षेत्रों का भ्रमण सहित कृषि विज्ञान केन्द्रों का भ्रमण कर किसानों से केन्द्रों पर संचालित होने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में फीडबैक लेकर समीक्षा की थी।