जयपुर। जिले में एक तरफ चौमूं पुलिया पर पुलिस ने स्टिंग कर बसों से अवैध वसूली करने वाले 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया। बुधवार को उनकी मुख्य बाजार में परेड निकाली। वहीं, दूसरी तरफ बुधवार को ही जालूपुरा थाना इलाके में बस चालक से अवैध वसूली के लिए मारपीट की गई। एफआईआर दर्ज नहीं की गई। समझौता करने के लिए कहा। स्थानीय पार्षद के हस्तक्षेप के बाद केस दर्ज किया गया। मारपीट और अवैध वसूली की पूरी वारदात बस में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। इसमें वारदात करने वाले आरोपी साफ दिखाई दे रहे हैं। इसमें बदमाश दो अलग-अलग बस में कंडक्टर की पिटाई करते दिख रहे हैं। मारपीट की घटना 2 अप्रैल को सुबह 10.50 बजे की है। इस दौरान दो बस वनस्थली मार्ग से होकर निकल रही थी। बदमाश जबरन गाड़ी में घुसे और बस के कंडक्टर मुकेश के साथ मारपीट शुरू की। इसके बाद दूसरी बस के कंडक्टर निर्भय सिंह के साथ मारपीट की गई।
बस मालिक अशोक गुर्जर ने बताया- उनकी बस जयपुर से दौसा चलती हैं। नारायण सिंह सर्किल पर बस रोकने के लिए मना हो गया है। इस पर आरटीओ ने कहा- सिंधी कैम्प होते हुए बस को निकाल लो। हमारी पहली बस जब वनस्थली मार्ग से निकली तो करीब आधा दर्जन बदमाश बस में जबरन घुसे। कंडक्टर के साथ मारपीट करने लगे और पैसा मांगा। इसके बाद दूसरी बस निकली। उसके कंडक्टर पर गेट पर ही डंडों से हमला कर दिया। अशोक गुर्जर ने बताया- ये लोग प्रति बस 500 रुपए की मांग रहे थे। दोपहर दो बजे बस थाने पहुंचकर मैने खुद ने थाने में जाकर शिकायत की, लेकिन पुलिस ने पहले शिकायत नहीं ली। इस पर पुलिस ने लेने से मना किया। स्थानीय पार्षद रवि सैनी ने बताया कि उनके परिचित अशोक गुर्जर होने पर उन्होंने उन्हें फोन पर सूचना दी जिस के बाद डीसीपी और जयपुर कमिश्नर से बात की गई जिस के बाद एफआईआर रात को दर्ज हुई।
वार्ड-37 के पार्षद रवि प्रकाश सैनी ने बताया- मारपीट की घटना के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दिए हैं। इस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। ये लोग कई सालों से निजी बस चालकों से अवैध वसूली कर रहे हैं। पुलिस को शिकायत दी जाती है, लेकिन ये लोग फिर भी वारदात करने से बाज नहीं आते। डीसीपी राशि डोगरा और जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ को शिकायत कर सीसीटीवी फुटेज दिखाए हैं। जैसी कार्रवाई डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने की वैसी ही कार्रवाई इस गिरोह के खिलाफ हो। जालूपुरा सीआई हवा सिंह मांगवा ने बताया- लोक परिवहन बस संचालक कल शिकायत लेकर आए थे। शिकायत के दौरान पीड़ितों ने कुछ सीसीटीवी फुटेज भी दिखाई। बस संचालक को लेकर यह विवाद हुआ है। अवैध वसूली वाली बात गलत है। हम ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जिस पर जांच की जा रही है। किसी के साथ मारपीट करने का किसी को हक नहीं है। सीसीटीवी में दिखाई दे रहे सभी बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए टीम दबिश दे रही है। जल्द सभी को गिरफ्तार किया जाएगा। सीनियर अधिकारी तय करेंगे की ये बसें यहां से चलेगी या फिर दूसरे रूट से।