टोंक। जिले में पीपलू थाना क्षेत्र के जंवाली गांव के 29 मार्च से लापता वृद्ध कैलाश यादव का शव तीन टुकड़ों में गुरुवार देर शाम करीब साढ़े सात बजे मिल गया। उसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली तो उसके परिजन का रो रो कर बुरा हाल रहा। शव के टुकड़े उसे कुयें के मलबे में LNT मशीनों से तलाशने और उसे मशीन से ही निकालने से हुआ। मशीन के पंजे से शव टुकड़ों में बंट गया। ऐसे पुलिस ने मौके पर ही शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इस मौके पर निवाई MLA रामसहाय वर्मा, SDM आदि मौजूद रहे। कैलाश यादव को तलाशने में 5 एलएनटी मशीनें, 5 पानी निकालने के पंप, जनरेटर काम में लिए थे। मृतक सात भाई थे। यह सबसे बड़ा था। इसकी पत्नी और बच्चे की मौत काफी सालों पहले हो चुकी थी।
जंवाली पंचायत की प्रशासक संपत कंवर ने बताया कि जवाली निवासी कैलाश (65) पुत्र प्रताप यादव 29 मार्च को भैंस को चराने के लिए खेतों की ओर गया था। वह शाम को भी लौटकर नहीं आये। फिर परिजनों अपने स्तर पर प्रयास किया, लेकिन कैलाश नहीं मिला। 30 मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दी गई। पुलिस ने तलाश शुरू की थी।
इस बीच ग्रामीणों ने 31 मार्च को बताया कि लापता व्यक्ति का साफा गांव के सहोदरा नदी के पास स्थित करीब 40 फीट गहरे कुएं में मिला था। वहीं कुए के आसपास ही उनकी लकड़ी व पानी की बोतल भी मिली थी। कुएं में गिरने की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन ने 31 मार्च को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान कुएं के पानी को निकालने के लिए मोटर डाली, लेकिन कुएं के नीचे के हिस्से में मिट्टी ढहने से रेस्क्यू ऑपरेशन गुरुवार शाम तक तक सफल नहीं हुआ था। मंगलवार 1 अप्रैल को सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक पुलिस प्रशासन की तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बुधवार 2 अप्रैल को कुएं के बराबर में 3 जेसीबी एक लोडर व एक एलएनटी मशीन से खुदाई शुरू गड्ढा बनाया, लेकिन निचले हिस्से में मिट्टी ढहने और पानी का रिसाव ज्यादा होने से रेस्क्यू टीम कुए के बीचो बीच पड़े मलबे को हटा नहीं पा रही है। 3 अप्रेल को देर शाम को शव मिल गया।