जैसलमेर। जिले में जंगली सुअरों के शिकार के लिए लोहटा गांव के पास जंगल में जमीन में छिपाया गया विस्फोटक चबाने से एक ऊंट का जबड़ा फट गया। लहूलुहान हालत में देखकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने घायल ऊंट का प्राथमिक इलाज कर उसकी जान बचाई और उसके बाद उसे भादरिया गोशाला में भर्ती करवाया है। जहां पर घायल ऊंट का इलाज किया जा रहा है। घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों गौ रक्षकों में भारी रोष व्याप्त हैं। वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने बताया- जानकारी के अनुसार क्षेत्र के लोहटा गांव के पास जंगल में अज्ञात लोगों नू जंगली सुअरों को मारने के लिए विस्फोटक रख दिया था। इस दौरान यहां विचरण कर रहे ऊंट ने विस्फोटक को खाना समझकर खा लिया। विस्फोटम इतना ताकतवर था कि ऊंट का निचला जबड़ा और जीभ तथा ऊपर का जबड़ा भी आधा उड़ गया। ऐसी हालत में ऊंट ना तो चारा खा सकता है ना पानी पी सकता है।
घायलावस्था में ऊंट भटकता हुआ धोलिया गांव के पास पहुंचा। इस दौरान चरवाहे ने ऊंट को इस हालत में देखकर वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई को सूचना दी। सूचना मिलने वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और घायल इलाज की जान बचाकर उसका इलाज किया।
राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि क्षेत्र में शिकारी सक्रिय हैं। वे अवैध रूप से जंगली सुअरों और अन्य वन्य जीवों के शिकार में इस तरह का विस्फोटक काम में लेते हैं। विस्फोटक को आटे में लपेट दिया जाता है। जैसे ही जानवर इसे चबाता है तो जोरदार विस्फोट हो जाता है और जीव गंभीर घायल हो जाता है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। घायल ऊंट को बचाने में पशु प्रेमी धर्माराम, बगडूराम, थानाराम, श्याम जाजूदा, भंवरलाल, विकास, शिवराज, शिवा, कमलेश, दोस, हनुमान विश्नोई, भादरिया गोशाला से कंवराजसिंह भाटी, बगडूराम विश्नोई सहित गोशाला के कार्मिक व ग्रामीणों ने सहयोग किया। घायल ऊंट का प्राथमिक इलाज करने के बाद भादरिया गोशाला में ले जाकर भर्ती किया। जहां पर घायल ऊंट की देखरेख व इलाज किया जा रहा है।