भीलवाड़ा। जिले में हो रहे ग्राम पंचायत के परिसीमन का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत परिसीमन राजनैतिक द्वेषता के चलते किया जा रहा है। अगर परिसीमन में मनमानी की गई तो ग्रामीणों द्वारा आने वाले चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। पंचायत समिति बनेड़ा के लक्ष्मीपुरा के लोग बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने लक्ष्मीपुरा गांव को वर्तमान ग्राम पंचायत खेडलिया से हटाकर नवसृजित ग्राम पंचायत कालसांस में जोड़ने का विरोध किया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि परिसीमन प्रशासनिक दृष्टि से ऐसे गांव को वर्तमान ग्राम पंचायत से दूसरी ग्राम पंचायत में सम्मिलित किया जा सकता है, जिस गांव की दूरी नई ग्राम पंचायत मुख्यालय से 6 किलोमीटर से ज्यादा नहीं हो, जबकि लक्ष्मीपुरा की दूरी नई ग्राम पंचायत कालसांस से 8.10 किलोमीटर दूर है और वर्तमान ग्राम पंचायत से डेढ़ किलोमीटर है। लीगली गलत तरीके से लक्ष्मीपुरा को ग्राम पंचायत कलासांस में जोड़ा जा रहा है जो की राजनीतिक द्वेषता के कारण किया जा रहा है।
दूरी ज्यादा होने से ग्रामीणों को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से एक्स्ट्रा भार पड़ेगा। हम सभी ग्रामीणों की खेती बाड़ी, फसल निवास, वर्तमान में पंचायत के समीप है और बाद में 8 किलोमीटर दूर जाकर सरकारी काम करवाने पड़ेंगे, जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। हमें बेवजह परेशान करने के लिए लक्ष्मीपुरा पंचायत को खेडलिया से हटाकर कालसांस में मिलाया जा रहा है। लक्ष्मीपुरा का राजस्व रिकॉर्ड तहसील बनेड़ा में दर्ज है, जबकि कालसांस का राजस्व रिकॉर्ड तहसील भीलवाड़ा में स्थित है, साथ ही लक्ष्मीपुरा का पटवार हलका खेडलिया है, जबकि कलसांस का पटवार रिकॉर्ड। इन सभी बातों को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई और लक्ष्मीपुरा गांव को ग्राम पंचायत खेडलिया में ही रखे जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर हमारे गांव लक्ष्मीपुरा को नवसृजित पंचायत कालसांस में जोड़ा जाता है, तो सभी ग्रामीण द्वारा आने वाले चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा और लगातार आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच विरोध प्रदर्शन के बाद ज्ञापन दिया।