नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम के आतंकी हमले पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस पर बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वहां पहलगाम आतंकी हमले पर अपने पहले सार्वजनिक भाषण में उन्होंने कहा कि इस हमले के ज़िम्मेदार आतंकवादियों और उन्हें समर्थने देनेवालों को ‘कल्पना से भी बड़ी सज़ा’ मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,” ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है। देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत ही स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं, जिन्होंने ये हमला किया है उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचनेवालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी. सजा मिलकर के रहेगी। बची-खुची ज़मीन को भी मिट्टी में मिला देने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी।”
“जिन्होंने ये हमला किया है उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचनेवालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। सजा मिलकर के रहेगी। बची-खुची ज़मीन को भी मिट्टी में मिला देने का समय आ गया है।” पहलगाम के आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश और शोक का माहौल है और ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के आज के संबोधन पर सारे देश और दुनिया का ध्यान था। प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की जनसभा में अंग्रेज़ी में भी अपनी बात रखी। इसका संकेत स्पष्ट था कि प्रधानमंत्री अपनी बात सारी दुनिया तक पहुंचाना चाहते थे। प्रधानमंत्री ने अंग्रेज़ी में कहा, “आज बिहार की मिट्टी से मैं पूरी दुनिया से ये कहना चाहता हूं कि भारत एक-एक आतंकवादी की पहचान करेगा और उसे ट्रैक करेगा और उन्हें तथा उनको शह देनेवालों को सज़ा देगा। हम दुनिया के आखिरी कोने तक उनका पीछा करेंगे। भारत का हौसला किसी भी आतंकवाद से कभी भी नहीं टूटेगा। आतंकवाद को सज़ा मिल कर रहेगी। न्याय सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। पूरा देश इसके लिए संकल्पबद्ध है। मानवता में विश्वास करनेवाला हर व्यक्ति हमारे साथ है। मैं दुनिया के विभिन्न देशों के लोगों और उनके नेताओं का इस घड़ी में हमारे साथ रहने के लिए आभार प्रकट करता हूं।” प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में कहा, शांति और सुरक्षा तेज़ विकास की सबसे बड़ी शर्त है।