श्रीगंगानगर। जिले के श्रीविजयनगर कस्बे में व्यापारिक लेन-देन के नाम पर करोड़ों रुपये की कथित धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस संबंध में व्यापार संघ श्रीविजयनगर के अध्यक्ष विनोद कुमार ने पुलिस थाना श्रीविजयनगर में शनिवार को केस दर्ज कराया है। उन्होंने दो व्यापारिक फर्मों जगदम्बा कॉर्पोरेशन और हनुमन्त लाल एंड सन्स पर संगठित तरीके से व्यापारियों से धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी फर्मों ने समय-समय पर सरसों और कॉटन (नरमा व कपास) की खरीद के एवज में भुगतान कर व्यापारिक विश्वास अर्जित किया, लेकिन बाद में लाखों रुपये की उधारी फसलें लेकर भुगतान से इनकार कर दिया गया। फर्म जगदम्बा कॉर्पोरेशन की प्रोपराइटर दर्शना देवी और हनुमन्त लाल एंड सन्स के प्रोपराइटर प्रदीप सिडाना हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन फर्मों ने मिलकर करीब 5 से 6 करोड़ रुपये तक की धोखाधड़ी की है।
जाखड़ ट्रेडर्स से जगदम्बा कॉर्पोरेशन पर रुपए 9,79,960, जाट इंटरप्राइजेज से रुपए 7,16,333, महेश कुमार लखोटिया एंड कंपनी से हनुमंतलाल एंड सन्स पर रुपए 2,29,718 अन्य व्यापारियों से भी लाखों की देनदारी है। जब व्यापारियों ने 25 मार्च को भुगतान की मांग की, तो अगली ही रात यानी 26 मार्च को आरोपी दर्शना देवी, मनीष सिडाना, इंद्रजीत सिडाना और प्रदीप सिडाना अपने प्रतिष्ठानों पर ताले लगाकर फरार हो गए। उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं और आज तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है। प्रार्थी विनोद कुमार ने आरोप लगाया है कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किया गया आर्थिक अपराध है, जिसके तहत व्यापारियों की अमानत को हड़पने का प्रयास किया गया। श्रीविजयनगर थाना पुलिस ने इस रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच सउनि पृथ्वी सिंह को सौंपी है।