अतिरिक्त निदेशक डॉ. एस. के. परमार ने किया निरीक्षण, ग्रामीणों को मिली नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं
सिरोही। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान द्वारा प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाओं की सुदृढ़ता और सुदूरवर्ती व दुर्गम क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के निर्देशानुसार जिलेवार निरीक्षण हेतु नियुक्त जिला प्रभारियों ने अपने-अपने जिलों का दौरा शुरू किया है। इसी क्रम में अतिरिक्त निदेशक डॉ. एस. के. परमार ने सिरोही जिले की चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डॉ. परमार ने माउंट आबू के प्रसिद्ध गुरुशिखर क्षेत्र से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित दुर्गम पहाड़ी रास्तों को लकड़ी के सहारे पार कर बसे उत्तरज गांव का भ्रमण किया। यह गांव कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के चलते चिकित्सा सुविधाओं से वंचित रहा करता है। डॉ. परमार ने गांव में पहुंचकर चिकित्सा विभाग की ओर से विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन करवाया, जिसमें ग्रामीणों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गईं। शिविर में कुल 40 ओपीडी मरीजों का इलाज किया गया। इसके अतिरिक्त 12 मरीजों की ईसीजी, 32 लोगों के हीमोग्लोबिन, वी.डी.आर.एल. व एच.आई.वी. टेस्ट तथा 5 गर्भवती महिलाओं का एएनसी चेकअप किया गया।
इस अवसर पर चिकित्सा दल में डॉ. हिंडोनिया, नर्सिंग ऑफिसर जितेन्द्र कुमार व राजू कुमार, लैब टेक्नीशियन राजेन्द्र सिंह, एएनएम राधा, सीएचओ सोनम, आशा सहयोगिनी जमना व गीता तथा वाहन चालक हनुवंत सिंह देवड़ा ने अपनी सेवाएं दीं। स्थानीय ग्रामीणों ने चिकित्सा विभाग द्वारा किए गए इस प्रयास की सराहना करते हुए भविष्य में भी ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की। अतिरिक्त निदेशक डॉ. परमार ने चिकित्सा कर्मियों को निर्देशित किया कि दुर्गम एवं सुदूर इलाकों में अधिकाधिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएं ताकि अंतिम छोर तक चिकित्सा सुविधा पहुंचे। साथ ही उन्होंने क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने तथा विभागीय योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराडी ,सिरोही द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विभाग की ओर से आगे भी ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा, ताकि दूर-दराज़ के ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं सुलभ हो सकें।