बिजौलिया, बलवंत जैन। इस वर्ष जारी 8वीं 12वीं एवं 10वीं बोर्ड परीक्षा परिणामों में उपखंड क्षेत्र के सभी सरकारी विद्यालयों का परीक्षा परिणाम निजी विद्यालयों की तुलना में बेहतरीन रहा। वहीं बिजौलिया उपखंड क्षेत्र के सलावटिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का दसवीं कक्षा का बोर्ड परीक्षा परिणाम मात्र 36 प्रतिशत पर सिमट गया। प्रिंसिपल एवं संबंधित अध्यापकों की उदासीनता के चलते सभी विद्यार्थियों का जीवन गर्त में चला गया। राज्य सरकार से मोटा वेतन लेने के बाद भी प्रिंसिपल एवं स्टाफगण विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर सजग नहीं रहे। उल्लेखनीय है कि दसवीं कक्षा में अध्ययनरत 33 विद्यार्थियों में से केवल 13 विद्यार्थी ही पास हो पाए हैं। सलावटिया कस्बे के लोगों ने बताया कि प्रिंसिपल मदनलाल धाकड़ एवं संबंधित विषय अध्यापकों की उदासीनता एवं कर्तव्य के प्रति लापरवाही के चलते बोर्ड परीक्षा परिणाम बेहद कम रहा। अभिभावक रमेश ने बताया कि सलावटिया कस्बे का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सभी सुविधाओं से युक्त विद्यालय हैं। लेकिन प्रिंसिपल और स्टाफ ने शिक्षा का स्तर बहुत नीचे कर दिया उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर जिम्मेदार प्रिंसिपल मदनलाल धाकड़ के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। वहीं छात्र-छात्राओं ने भी आरोप लगाया कि बोर्ड कक्षाओं की पढ़ाई सुधारने के लिए पूरे साल प्रिंसिपल और स्टाफ से कहीं बार निवेदन किया किंतु कोई ध्यान नहीं दिया गया। वही इस विषय में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि सलावटिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम 50% से कम रहने पर प्रधानाचार्य मदनलाल धाकड़ को शो कॉज नोटिस दिया जाएगा। प्रशासनिक कार्रवाई के लिए शिक्षा निदेशालय बीकानेर को अवगत कराया जाएगा।
Author: AKSHAY OJHA
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