नागौर। तेलंगाना के बसारा में गोदावरी नदी में डूबने से राजस्थान के 17 साल के लड़के समेत 5 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन सगे भाई सहित 4 पाली और एक नागौर के रहने वाले थे। हादसा रविवार (15 जून) को हुआ। गोताखोरों की मदद से देर शाम शव निकाले गए थे। जानकारी के अनुसार, राजस्थान के 3 परिवार यहां पवित्र स्नान के लिए गए थे। सीढ़ियों के पास नहाने के दौरान ये हादसा हुआ। तेज बहाव के कारण संभलने का मौका नहीं मिला। आसपास के लोगों ने बचाने की भी कोशिश की, पर सफलता नहीं मिली। इनमें नागौर के ताऊसर के दोलसर बास के रहने वाला ऋतिक (18), पाली के ढाबर गांव निवासी राकेश (17), विनोद (18), मदन (18), भरत राठौड़ शामिल हैं। भरत, मदन और राकेश तीनों सगे भाई थे। ऋतिक के पिता चंपालाल कच्छावा की पहले ही मौत हो चुकी है।
हैदराबाद के दिलसुखनगर इलाके से पवित्र स्नान के लिए राजस्थान के 3 परिवारों के 18 लोगों का समूह अम्मावरी गया था। पाली जिले के ढाबर गांव में रहने वाले वनाराम-मिश्रीदेवी के तीन पोतों की गोदावरी नदी में डूबने से मौत हो गई। इसकी जानकारी अभी इस वृद्ध दंपती को नहीं दी गई है। उनके बेटे पेमाराम राठौड़ का परिवार पिछले 15 वर्षों से हैदराबाद (तेलंगाना) में चिंतल दिलसुख नगर में रह रहा है। यहां पर इनकी होलसेल बिस्किट की दुकान है। केवल सामाजिक कार्यक्रमों पर ही गांव आता है। 15 जून की रात करीब 11 बजे भरत, राकेश और मदन राठौड़ के पार्थिव शरीर लेकर परिजन तेलंगाना से ढाबर गांव के लिए रवाना हुए हैं। आज (सोमवार) रात तक गांव (पाली) पहुंचने की उम्मीद है। पेमाराम राठौड़ के तीनों बेटे पढ़ाई में होशियार थे। बड़े बेटे राकेश MBBS सेकेंड ईयर, मदन 12वीं में और सबसे छोटा भरत 10वीं में था। राकेश के NEET-UG क्वालीफाई करने पर परिवार ने जश्न भी मनाया था। भरत ने मेदचल (तेलंगाना) जिले में कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में टॉप किया था।