बालोतरा। सामने से ट्रेन आती देख डॉक्टर ट्रैक पर लेट गया। ऊपर से पूरी ट्रेन गुजर गई। उनके टुकड़े-टुकड़े हो गए। यह दर्दनाक हादसा बालोतरा रेलवे स्टेशन से 2 किमी दूर तीसरे रेलवे क्रॉसिंग के पास हुआ। सोमवार को हुआ यह पूरा घटनाक्रम CCTV में कैद हो गया है। परिवार वालों ने बताया कि वह डिप्रेशन में थे। बालोतरा थाने के सहायक उप निरीक्षक करनाराम ने बताया- कालूड़ी (बालोतरा) के रहने वाले डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित (35) की 9 साल पहले शादी हुई थी। परिवार वालों ने बताया कि प्रदीप मानसिक तौर पर काफी परेशान थे। वह काफी समय से डिप्रेशन में थे। एमबीबीएस करने के बावजूद वह किसी तरह की कोई नौकरी भी नहीं कर रहे थे।
सोमवार शाम 5 बजे डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित कालूड़ी स्थित घर से निकले। वह बालोतरा रेलवे स्टेशन से तीसरे रेलवे फाटक के पास पहुंचे। यहां पटरी के किनारे खड़े हो गए। शाम 7.12 बजे जोधपुर से बाड़मेर जा रही कालका एक्सप्रेस को आते देखा। बिना समय गंवाए फौरन वो पेट के बल ट्रैक पर लेट गए। सिर और दोनों हाथ कटकर अलग हो गए। बालोतरा थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। शव के टुकड़ों को उठाकर एक चादर में बांधा और बालोतरा हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया। उधर, हादसे के बाद ट्रेन करीब 25 मिनट तक रुकी रही।