बाड़मेर। 10वीं पास गर्ल्स स्टूडेंट्स ने घर में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मां जब घर लौटी तो रूम का दरवाजा बंद था। तब धक्का देकर रूम गेट खोला हुक से लटकी मिली है। घटना का रीको थाना इलाके बाड़मेर आगोर गांव आज सुबह की है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। फिलहाल सुसाइड के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया। हालांकि पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पिता की डेथ के बाद डिप्रेशन में थी। पुलिस के अनुसार बाड़मेर आगोर निवासी सोनिया (15) पुत्री छगनलाल कस्तुरबा गांधी हॉस्टल सियाणी में पढ़ाई करती थी। इस बार 10 वीं पास की थी। इन दिनों छुट्टियां होने के कारण घर पर ही थी। शुक्रवार को सुबह घर पर अकेली थी। उसकी मां खेत में काम करने के लिए गई थी। पीछे सोनिया ने घर बने कमरे में रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसकी मां जब वापस लौटी सोनिया को इधर ढूंढा, लेकिन मिली नहीं। एक कमरा बंद बंद देखकर आवाज लगाई। लेकिन अंदर से आवाज नहीं आने पर आसपास के लोगों को बुलाया। दरवाजा खुलवाया। तब सोनिया घर के कमरे लटकी हुई थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के शव को नीेचे उतारकर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया।
रीको थाने के जय किशन ने बताया- परिजनों ने बताया कि नाबालिग के पिता की एक माह पहले ही डेथ हुई थी। इसके बाद से नाबालिग डिप्रेशन में थी। इसी के चलते सुसाइड किया है। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस सुसाइड के कारणों का पता लगाने में जुटी है। मिली जानकारी के अनुसार मृतका परिवार में सबसे बड़ी बेटी थी। इसके बहने और सबसे छोटा भाई है। पिता की डेथ से परिवार संभाला ही नहीं था कि अब नाबालिग ने सुसाइड कर लिया।