Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 6:46 am


लेटेस्ट न्यूज़

बुजुर्ग दंपती ने तलाक का केस वापस लिया : लोक अदालत में राजीनामा, 1970 में हुई थी शादी

Picture of Pankaj Garg

Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट में इस वर्ष की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में आज करीब 40 हजार पेंडिंग मामलों को सुनवाई के लिए कुल 12 बैंच का गठन किया गया। जिनमें हाईकोर्ट में 3 बैंच व सेशन कोर्ट में 9 बैंच बनाई गई है। हाईकोर्ट में राजीनामा योग्य 2 हजार केस है तो वही सेशन कोर्ट में 39 हजार 629 मामले तथा प्री लिटिगेशन 22 हजार 755 मामले सुलझाए जा रहे है।

लोअर कोर्ट में बैंच नंबर तीन पर कॉमर्शियल सहित फैमेली के 700 से अधिक मामले राजीनामें के लिए आए। इस बैंच में फैमेली कोर्ट के जस्टिस वरुण तलवार की बेंच में राजीनामे के लिए परिवादी पहुंचे। 10 वर्ष से चल रहे केस वापस लिए। राजीनामे योग्य 76 से अधिक मामलों का निस्तारण किया गया।

60 की उम्र में वाद किया दायर अब साथ रहेंगे

1970 में शादी के बाद एक कपल ने फैमेली कोर्ट नंबर दो में इस वर्ष मई माह में केस दर्ज किया। दोनों कपल की उम्र 60 वर्ष से उपर थी। घर में बच्चे भी बड़े थे। पति ने पत्नी के खिलाफ तलाक का केस दर्ज किया था। मामला लोकअदालत में लेकर समझाइश की गई। दोनों कपल के परिवार के सदस्य व उनके बच्चे भी अदालत पहुंचें और समझाइश के बाद वापस दोनों कपल में राजीनामा करवा कर कोर्ट से साथ भेजा गया।

फैमिली कोर्ट नंबर तीन में 2021 में हुई शादी के बाद दोनों कपल में अनबन के चलते मिचुअल में केश दायर कर दिया। दोनों ने फरवरी 2023 में मिचुअल डिवॉर्स के लिए केस फाइल किया गया इसके बाद लोकअदालत में मामला लेकर दोनों से समझाइश की गई। और दोनों साथ घर गए।

हाईकोर्ट में 2 हजार केस पर हुई सुनवाई

हाईकोर्ट में न्यायालय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष व सीनियर जस्टिस पुष्पेंद्र सिंह भाटी के निर्देशन में 2 हजार से अधिक प्रकरणों को चिह्नित किया । इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 बैंचों में सुनवाई हुई।

9 बैंचों में सुलझे मामले

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पुखराज गहलोत ने बताया कि 21 सितंबर तक कोर्ट में राजीनामे योग्य 39 हजार 629 केस व प्रिलिटिगेशन में कुल 22 हजार 755 केस चिन्हित किए गए। इसके लिए 9 बैंच में से 7 बैंच लंबित प्रकरणों के व 1 बैंच पारिवारिक न्यायालय के मामले सुलझाए गए।

Author: JITESH PRAJAPAT

Leave a Comment

Ads
Live
Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर