श्रीगंगानगर। नहरों में आ रहे दूषित पानी के विरोध में आधे दिन के शहर बंद के बाद दोपहर दाे बजे जहर से मुक्ति आंदोलन के नेताओं ने गांधी चौक पर संक्षिप्त सभा की और महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे की तरफ चौक पर ज्ञापन चिपका दिया । आंदोलन के नेता मनिंद्रसिंह मान ने कहा कि जिला प्रशासन ने उन्हें विश्वास दिलाया था कि दोपहर दो बजे वे गांधी चौक पर उनसे ज्ञापन लेंगे लेकिन जब प्रशासन का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो उन्होंने महात्मा गांधी को ही ज्ञापन सौंप दिया। इसके बाद लोगों ने दुकानें खोली। दोपहर दो बजे के बाद बाजार में हालात सामान्य हो गए। वहीं इससे पहले जहर से मुक्ति आंदोलन से जुड़े नेताओं ने बाजार बंद करवाया। इसके अलावा श्रीकरणपुर, पदमपुर और गजसिंहपुर में बाजार बंद रहे व स्कूल भी बंद रखे गए। इन मंडियों में दोपहर तक के बंद का भी असर रहा।
ये मंडियां रही बंद
इस दौरान श्रीगंगानगर में सुबह से बाजार बंद रहे। लालगढ़ में बंद का असर अपेक्षाकृत कम रहा। केसरीसिंहपुर, श्रीकरणपुर, पदमपुर सहित मंडियों में बंद का असर नजर आ रहा है। इस दौरान इन स्थानों की धान मंडियों में कृषि जिंसें खरीदने और बेचने का काम नहीं हुआ वहीं दुकानदारों ने दुकानें बंद रखीं।
बाजार बंद करवाया
श्रीगंगानगर शहर और इन मंडियों में जहर से मुक्ति आंदोलन से जुड़े लोगों ने सुबह बाजार बंद करवाया। श्रीगंगानगर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर मगलानी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर निकले और लोगों से दोपहर तक बाजार बंद रखने का आह्वान किया। शहर के गोल बाजार क्षेत्र में गांधी चौक पर दोपहर करीब डेढ़ बजे सभा हुई। इस दौरान जहर से मुक्ति आंदोलन के मनिंद्र मान सहित विभिन्न लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ सहित कई लोग मौजूद थे। मान ने बताया कि जिला प्रशासन ने उन्हें ज्ञापन लेने के लिए अधिकारी के गांधी चौक पहुंचने की बात कही थी लेकिन जब दो बजे तक कोई अधिकारी नहीं आया तो उन्होंने गांधी चौक पर ही ज्ञापन चिपका दिया।
बाजार रहे बंद
इससे पहले सुबह से बाजार बंद रहे। शहर के गांधी चौक, अंबेडकर चौक, दयानंद मार्ग, कोतवाली रोड, रवींद्र पथ, मेन बाजार आदि में दोपहर तक बाजार बंद रहे। इस दौरान बंद समर्थक सभी से बाजार बंद रखकर नहरों में आ रहे गंदे पानी के खिलाफ उनकी मुहिम में सहयोग का आह्वान करते रहे।
कई संगठनों ने दिया समर्थन
बंद को शहर के कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया । इनमें इनमें कांग्रेस, माकपा, इंटरनेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी सहित सामाजिक और व्यापारिक संगठन शामिल थे। ट्रेडर्स एसोसिएशन, संयुक्त व्यापार मंडल, प्रगतिशील कुम्हार सभा, जिन मंडियों में बंद रहेगा, वहां के व्यापार मंडल, बिश्नोई महासभा, भीम आर्मी, सीटू सहित विभिन्न संगठनों ने भी बंद को समर्थन दिया ।
पंजाब में नहरों में मिल रहा कैमिकल
असल में पंजाब में लुधियाना के आसपास करीब 800 ऐसी फैक्ट्रियां हैं जिनका गंदा पानी और अपशिष्ट सीधे नहरों में बहाया जा रहा है। इन्हीं नहरों से श्रीगंगानगर सहित प्रदेश के करीब पंद्रह जिलों को पानी की सप्लाई होती है। ऐसे में सिंचाई और पीने के पानी में गंदगी से लाेग परेशान हो रहे हैं। पंजाब सरकार का दावा है कि ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर इस पानी को आगे जाने दिया जा रहा है जबकि सच्चाई यह है कि ये ट्रीटमेंट प्लांट अच्छे से काम नहीं कर रहे।